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हज़ारीबाग़/डेस्क: हज़ारीबाग जिले के बहुचर्चित सेवा भूमि घोटाला मामले में एसीबी ने अपनी जांच पूरी कर आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. सैकड़ों पन्नों की इस विस्तृत रिपोर्ट में एसीबी ने घोटाले में शामिल लोगों, उनके सहयोगियों और पूरी साजिश का ब्योरा पेश किया है. इसके अलावा कई दस्तावेजी साक्ष्य भी कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किये गये हैं. चार्जशीट में आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे, उनके करीबी कारोबारी विनय सिंह और कई अन्य लोगों के नाम शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, एसीबी की इस चार्जशीट पर कोर्ट जल्द ही संज्ञान ले सकता है.
मामला खासमहल जमीन से जुड़ा है
एसीबी की जांच रिपोर्ट के मुताबिक, यह घोटाला हजारीबाग की 2.75 एकड़ खासमहल जमीन से जुड़ा है, जिसे वर्ष 1948 में एक ट्रस्ट सेवा को 30 साल के लिए पट्टे पर दिया गया था।
पूरी साजिश के केंद्र में तत्कालीन हज़ारीबाग़ डीसी विनय कुमार चौबे थे.
एसीबी के मुताबिक इस पूरी साजिश के केंद्र में तत्कालीन हज़ारीबाग़ डीसी विनय कुमार चौबे थे. आरोप है कि उन्होंने खासमहल अधिकारी के साथ मिलकर जानबूझकर लीज नवीनीकरण आवेदन से ‘सेवायत’ शब्द हटा दिया, ताकि ट्रस्ट की जमीन को सरकारी जमीन दिखाया जा सके और इसका अवैध हस्तांतरण संभव हो सके. इस मामले में विनय चौबे समेत कई अन्य अधिकारियों और निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस संबंध में एसीबी ने कांड संख्या 9/2025 के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है.
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