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रांची/डेस्क: झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में आज एक ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने वह फैसला लिया, जिसका हजारों सहिया, सहिया साथी, ब्लॉक ट्रेनर टीम (बीटीटी) और स्टेट ट्रेनर टीम (एसटीटी) को वर्षों से इंतजार था। राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए स्वास्थ्य प्रहरी कार्यक्रम में बड़े पैमाने पर अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि स्वीकृत की है, जिसका सीधा लाभ जमीनी स्तर पर काम करने वाले सभी स्वास्थ्य कर्मियों को मिलेगा।
डॉ. अंसारी ने कहा कि सहिया, सहिया साथी, बीटीटी व एसटीटी ही रीढ़ है जो स्वास्थ्य सेवाओं को घर-घर तक पहुंचाती है. सम्मान और उचित मानदेय उनका अधिकार है। मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि सहिया बहनें हमारे स्वास्थ्य विभाग की असली रीढ़ हैं, जो गांव-गांव, घर-घर जाकर दिन-रात मेहनत से अपनी जिम्मेदारी निभाती हैं और अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में अहम भूमिका निभाती हैं. उन्हें मजबूत, सक्षम और साधन संपन्न बनाना मेरी जिम्मेदारी है, ताकि वे अधिक प्रभावी ढंग से जनता की सेवा कर सकें। साथ ही सहिया बहनों से मेरा विनम्र अनुरोध है कि वे हर मरीज के बेहतर और समय पर इलाज में सक्रिय सहयोग करें और उन्हें अनावश्यक रूप से निजी अस्पतालों में रेफर न करें। यह आपकी जिम्मेदारी भी है और कर्तव्य भी, क्योंकि जनता आप पर भरोसा करके ही स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचती है।
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि मुझे पता है कि इस फैसले से विभाग पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, लेकिन फिर भी मैंने अपनी सहिया बहनों के हित में यह कदम उठाया है. केंद्र सरकार की उदासीनता के कारण राज्य सरकार पर पहले से ही काफी बोझ बढ़ गया है, फिर भी हमारी सरकार अपनी बहनों के साथ मजबूती से खड़ी है और जनहित में जरूरी कदम उठाती रहेगी.
कितना था मानदेय – और अब कितना मिलेगा? (विस्तृत विवरण)
1. सहिया
ग्रामीण: 39,964 | शहरी: 3,000
पहला मानदेय (एनएचएम): ₹2000/माह
अब राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त राशि: ₹2000/माह
कुल खर्च: ₹10311.36 लाख
सहिया का हौसला अब सीधे तौर पर दोगुना हो गया है.
2. अच्छा दोस्त
ग्रामीण : 2295 | शहरी: 125
पहला: ₹375/माह (अधिकतम 24 दिन)
अब: ₹50 प्रति दिन
कुल खर्च: ₹348.42 लाख
दैनिक आय में बड़ा सुधार-सम्मानजनक प्रोत्साहन।
3. ब्लॉक ट्रेनर टीम (बीटीटी)
ग्रामीण : 388 | शहरी: 44 | एफपी : 194 | आरकेएसके: 73
पहला: ₹650/माह (अधिकतम 24 दिन)
अब: ₹80 प्रति दिन
कुल खर्च: ₹161.05 लाख
दैनिक आधार पर वृद्धि – फ़ील्डवर्क को वास्तविक मूल्य मिलता है
4. राज्य प्रशिक्षक दल (एसटीटी)
कुल: 48
पहले: ₹850/माह
अब: ₹100 प्रति दिन
कुल खर्च: ₹13.82 लाख
एसटीटी में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी – प्रशिक्षण प्रणाली मजबूत होगी।
कुल अतिरिक्त व्यय: ₹10834.65 लाख
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