नीरज कुमार साहू/न्यूज़11 भारत
गुमला/डेस्क: गुमला जिले के पालकोट प्रखंड स्थित आदिवासी बहुल क्षेत्र सतखरी तिलाड़ी गांव आजादी के इतने वर्षों बाद भी बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर है. गांव में करीब 100 घर हैं जिनमें 500 से 600 ग्रामीण रहते हैं.
इस गांव तक जाने वाली सड़क इतनी जर्जर है कि पता ही नहीं चलता कि सड़क में गड्ढे हैं या सड़क में गड्ढे हैं, बड़ी गाड़ियों की बात तो छोड़िए साइकिल या बाइक से भी इस गांव तक पहुंचना बेहद मुश्किल है.
गांव की सड़क एक छोर से पालकोट ब्लॉक मुख्यालय और दूसरे छोर से बसिया ब्लॉक को जोड़ती है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार जन प्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बाद भी उनकी सड़क की मरम्मत नहीं करायी गयी है, जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सड़क की हालत खराब होने के कारण एंबुलेंस गांव तक नहीं आ पाती है. जब गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा होती है तो उन्हें कंधे पर वाहक रखकर कई किलोमीटर तक ले जाना पड़ता है। ग्रामीण ने यह भी बताया कि उनके गांव के लोग ज्यादातर खेती से जुड़े हैं, फसल तो अच्छी है लेकिन सड़क खराब होने के कारण वे फसल को बाजार तक नहीं ले जा पाते हैं, जिससे उन्हें फसल का उचित दाम नहीं मिल पाता है. साथ ही बच्चों को स्कूल जाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
इससे परेशान होकर ग्रामीण स्वेच्छा से करीब ढाई किलोमीटर सड़क की मरम्मत कर रहे हैं। ग्रामीणों ने सरकार से मांग की है कि उनकी समस्या पर ध्यान दिया जाए और इस सड़क का जल्द निर्माण कराया जाए ताकि उनकी समस्या का समाधान हो सके.
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