डुमरी. प्रखंड मुख्यालय एवं आसपास के क्षेत्रों में शनिवार को तुलसी विवाह का त्योहार बड़े ही श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर हर घर, मंदिर और आश्रम में पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार भगवान विष्णु के स्वरूप शालिग्राम और तुलसी माता का विवाह कराया गया। महिलाओं ने व्रत रखकर पूजा की तैयारी की और तुलसी चौरा को सुंदर फूलों, दीयों और रंगोली से सजाकर पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ विवाह की रस्में निभाईं। इस दौरान मंगल गीत, भजन व आरती की गूंज से माहौल भक्तिमय बना रहा। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने पूरे साज-सज्जा के साथ तुलसी विवाह की परंपरा का पालन किया। कई स्थानों पर सामूहिक तुलसी विवाह कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और धार्मिक अनुष्ठान को सफल बनाया. देव-उत्थान एकादशी के अवसर पर तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है। जो भगवान विष्णु के निद्रा से जागने का प्रतीक है। इसी दिन से शुभ कार्यों की शुरुआत मानी जाती है।
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लोकजनता के साथ श्रद्धा से मान्या गया तुलसी विवाह मेला.



