बेतला छठ पर्व को लेकर पलामू किला परिसर में लगने वाले मेले में वाहनों से पार्किंग शुल्क वसूली को लेकर वन विभाग और इको विकास समिति के बीच विवाद गहराने के बाद विभाग ने समिति को शिथिल कर दिया है. जानकारी के अनुसार वन विभाग के निर्देश पर पार्किंग शुल्क वसूली का काम बेतला की जगह कोलपुरवा इको विकास समिति को सौंपा गया था. बेतला इको विकास समिति के अध्यक्ष साजिद अंसारी व सदस्यों ने इस पर आपत्ति जतायी और विभाग पर मनमानी का आरोप लगाया. वहीं, वन विभाग के अधिकारियों ने समिति पर गाइडलाइन का उल्लंघन करने और विभागीय निर्देशों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया है. विभाग के मुताबिक मेला स्थल कोर एरिया में आता है, जहां वन्य जीव संरक्षण को लेकर सख्त नियम हैं. इसके बावजूद समिति के लोगों ने फर्जी लोगों के माध्यम से रसीद जारी कर शुल्क वसूला, जिससे विभाग की छवि खराब हुई. इस पर कार्रवाई करते हुए समिति की सभी गतिविधियों पर रोक लगा दी गयी और इसे तत्काल प्रभाव से शिथिल कर दिया गया. अब पार्किंग शुल्क की रकम टाइगर फाउंडेशन के खाते में जमा की जाएगी. इसके लिए दरें तय की गई हैं, बाइक और स्कूटर के लिए 30 रुपये, ऑटो और टेंपो के लिए 40 रुपये, चार पहिया वाहन के लिए 50 रुपये, मिनी बस के लिए 100 रुपये और बस के लिए 150 रुपये। रेंजर उमेश कुमार दुबे ने बताया कि समिति अध्यक्ष ने विभागीय सचिव से समन्वय नहीं बनाया, जिससे नियमों का उल्लंघन हुआ है. विभागीय छवि बचाने के लिए कमेटी को शिथिल करने का निर्णय लिया गया है.
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वन विभाग और इको डेवलपमेंट कमेटी के बीच वाहन पार्किंग सेवा विवाद के बाद कमेटी की जांच लोकजनता पर करायी जाये.



