लोहरदगा शहर की सड़कों पर रात के सन्नाटे में जब लोग चैन की नींद सोने की कोशिश करते हैं तो अवैध बालू लदे ट्रैक्टरों की घरघराहट और रॉकेट जैसी रफ्तार उनकी नींद छीन लेती है. आधी रात से सुबह तक इन ट्रैक्टरों का तांडव जारी रहता है. तेज रफ्तार, बिना साइलेंसर वाले इंजन के शोर और उड़ती धूल से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। रात का सन्नाटा अब दहशत में बदल गया है. रात भर दौड़ते रहते हैं बालू लदे ट्रैक्टर: स्थानीय लोगों के मुताबिक, प्रशासन की लापरवाही के कारण यह अवैध कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है. मिशन चौक, मेन रोड, पतरा टोली व नगर परिषद क्षेत्र में रात भर बालू लदे ट्रैक्टर दौड़ते रहते हैं. कई बार शिकायत के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। मुख्य सड़क के निवासियों का कहना है कि रात 12 बजे के बाद ट्रैक्टरों की आवाज से घरों की दीवारें भी कांपने लगती हैं. बच्चे डर जाते हैं, बड़ों की नींद उड़ जाती है. सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और बच्चों को होती है। लोगों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है. कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना: पतरा टोली निवासी सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार गुप्ता मन्ना ने कहा कि रात में चलने वाले ये ट्रैक्टर न सिर्फ नींद हराम कर रहे हैं, बल्कि दुर्घटना का भी कारण बन रहे हैं. बिना नंबर और बिना लाइट के ट्रैक्टर सड़कों पर बेतहाशा दौड़ते हैं। कई बार पैदल यात्री और दोपहिया वाहन चालक बाल-बाल बच जाते हैं। सड़क पर रेत गिरने से फिसलन बढ़ती है और उड़ती धूल पर्यावरण को प्रदूषित करती है। प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग : शहरवासियों ने जिला प्रशासन व पुलिस विभाग से रात में गश्ती करने, वाहन चेकिंग अभियान चलाने व अवैध ट्रैक्टरों को जब्त करने की मांग की है. लोगों का कहना है कि लगभग सभी ट्रैक्टर बिना नंबर प्लेट और कागजात के हैं. उन्होंने बालू माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
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लोहरदगा शहर में रात भर बेखौफ दौड़ते हैं अवैध बालू लदे ट्रैक्टर, लोगों की उड़ जाती है नींद



