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रांची/डेस्क: ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 8 आरोपियों को समन जारी किया है. तत्कालीन ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के उप सचिव संजीव लाल की पत्नी रीता लाल समेत आठ लोगों को समन जारी किया गया है. पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की विशेष अदालत ने सभी आरोपियों के लिए सीमाएं जारी कर दी हैं. अब पीएमएलए कोर्ट में अगली सुनवाई 27 नवंबर को होगी. समन तामील कराने के बाद सभी आरोपियों को तय तिथि पर कोर्ट में उपस्थित रहने का आदेश जारी किया गया है.
इन लोगों को आरोपी बनाया गया है
- ठेकेदार राजेश कुमार और उनकी कंपनी मेसर्स राजेश कुमार कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और परमानंद सिंह बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड।
- वीरेंद्र राम, तत्कालीन मुख्य अभियंता, ग्रामीण विकास विभाग. ठेकेदार से पूछताछ में यह स्वीकार किया गया कि उसने वीरेंद्र राम को रिश्वत के तौर पर गाड़ियां और 1.88 करोड़ रुपये दिये थे.
- अतिकुल रहमान, जो वीरेंद्र राम के रिश्वत का हिसाब-किताब रखता है.
- ठेकेदार राजीव कुमार सिंह, जिनके घर से छापेमारी के दौरान 2.13 करोड़ रुपये नकद जब्त किये गये.
- तत्कालीन ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के सहायक सचिव संजीव लाल की पत्नी रीता लाल। जिस पर अपने पति की नाजायज कमाई से संपत्ति खरीदने का आरोप है.
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