news11 भारत
रांची/डेस्क: रांची और चाईबासा में बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में कोर्ट द्वारा लिये गये स्वत: संज्ञान मामले की सुनवाई झारखंड हाई कोर्ट में हुई. न्याय मित्र की ओर से अदालत को बताया गया कि राज्य सरकार की ओर से अभी तक मामले की जांच रिपोर्ट पेश नहीं की गयी है.
वहीं लाइसेंस प्राप्त ब्लड बैंक की जांच रिपोर्ट भी प्रस्तुत नहीं की गयी. कोर्ट ने राज्य सरकार को सभी जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है. न्याय मित्र की ओर से सभी सरकारी और निजी अस्पतालों से रक्तदान शिविर लगाने का अनुरोध किया गया है.
आपको बता दें कि रांची सदर अस्पताल में थैलेसीमिया से पीड़ित एक बच्चे को खून चढ़ाया गया था. इसके बाद वह एचआईवी संक्रमित पाया गया। बच्चे के पिता ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखा था. हाईकोर्ट ने पत्र को गंभीरता से लेते हुए इसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया है.
वहीं, पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा सदर अस्पताल में पांच बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाया गया, जो एचआईवी पॉजिटिव पाए गए. जिसमें एक सात वर्षीय थैलेसीमिया मरीज भी शामिल है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए झारखंड हाई कोर्ट ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव और जिला सिविल सर्जन से रिपोर्ट मांगी थी.
ये भी पढ़ें- हज़ारीबाग़ भूमि घोटाला: मुख्य आरोपी विनय सिंह की जमानत याचिका पर 26 नवंबर को होगी अगली सुनवाई



