- कार्यक्रम में तमाम भीड़ जुटी
लातेहार: झारखंड स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह को यादगार बनाने के लिए राज्य सरकार और लातेहार जिला प्रशासन काम कर रहा है.
इसी के मद्देनजर आज भूमि संरक्षण विभाग ने लातेहार सदर प्रखंड के मोंगर पंचायत के हरखा में जल, जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए डब्ल्यूडीसी पीपीएमकेएसवाई 2 परियोजना के तहत जल संचयन रैली और कलश यात्रा का आयोजन किया. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। कार्यक्रम डीडीसी सैयद रियाज अहमद के मार्गदर्शन एवं भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा के नेतृत्व में आयोजित किया गया.
इस कार्यक्रम में सभी पांच वाटरशेड समितियों के अध्यक्ष, सचिव, सदस्य तकनीकी विशेषज्ञ, डब्ल्यूडीसी एसएचजी और यूजी के लगभग 250 लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत औरंगाबाद नदी से पानी इकट्ठा कर तालाब में छिड़कने से हुई. कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला उप विकास आयुक्त सैयद रियाज अहमद और डीआरडीए निदेशक प्रभात रंजन उपस्थित थे.
इसके बाद सभी ने तालाब के किनारे पौधे लगाए। जिसके बाद भूमि संरक्षण पदाधिकारी ने गुलदस्ता देकर डीडीसी का स्वागत किया. इसके बाद सभी अतिथियों ने भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भूमि संरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती और वनों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. 25 साल पहले जब झारखंड की स्थापना हुई थी तब की स्थिति और आज की स्थिति में काफी बदलाव आया है.
क्षेत्र का विकास पहले की तुलना में तेज गति से हो रहा है। यह विकास तभी संभव हो सका जब आप सभी ने हर कदम पर प्रशासन का साथ दिया। जैसे एक उंगली किसी चीज को हिला नहीं सकती और जब वह मुट्ठी बन जाती है तो हर काम कर सकती है। इसी प्रकार केवल प्रशासनिक प्रयासों से विकास संभव नहीं है। जब किसी भी विकास कार्य में आम जनता और प्रशासन मिलकर भागीदारी निभाते हैं तो क्षेत्र का विकास कोई नहीं रोक सकता।
कार्यक्रम में आये मनरेगा के राज्य समन्वयक निहार रंजन ने राज्य स्थापना दिवस के विषयों पर प्रकाश डाला और विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में भी ग्रामीणों को विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने ग्रामीणों को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की भी जानकारी दी.
मौके पर जिप सदस्य मुखिया विनोद उरांव ने भी लोगों को संबोधित किया. इसके बाद अच्छे कार्य करने वाले किसानों, महिला समिति सदस्यों व वाटर शेड योद्धाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।



