राजेश कुमार/न्यूज़11भारत
बोकारो/डेस्क- डीवीसी के बोकारो थर्मल एस पाउंड परिवहन कार्य को बंद कर दिया गया और वार्ता के माध्यम से आंदोलन समाप्त कर दिया गया. साथ ही परिवहन कार्य को सुचारु रूप से सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को प्रदर्शन स्थल एस पाउंड पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. और छाई ट्रांसपोर्टिंग का काम फिर से शुरू किया गया ताकि बंद पड़े बोकारो थर्मल प्लांट से बिजली का उत्पादन फिर से शुरू हो सके. छाई ट्रांसपोर्टिंग कार्य शुरू होने से पहले एस पाउंड काटा घर में नारियल फोड़कर पूजा की गई। इस मौके पर परमहर्ता बोकारो मुमताज अंसारी, बेरमो एसडीएम मुकेश कुमार मछुआ, बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बशिष्ठ नारायण, वरिष्ठ महाप्रबंधक सह परियोजना प्रमुख सुशील कुमार अरजरिया, उपमहाप्रबंधक कालीचरण आदि समेत पुलिस व डीवीसी अधिकारियों की टीम एस पाउंड पहुंची थी. अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी ने कहा कि बेरमो कोल ट्रक ओनर एसोसिएशन एवं एस पाउंड में कार्यरत कर्मियों की बकाया वेतन आदि मांगें लंबित थीं, जिसे वार्ता के माध्यम से सुलझा लिया गया और परिवहन कार्य सुचारू कर दिया गया. अब इसके बाद यदि कोई परिवहन कार्य में बाधा उत्पन्न करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि 500 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाले दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) के बोकारो थर्मल प्लांट से बिजली का उत्पादन बुधवार रात से बंद कर दिया गया है. डीवीसी के वरीय महाप्रबंधक सुशील कुमार अरजरिया ने बताया कि एस पाउंड में करीब चार माह से चल रहे आंदोलन के कारण परिवहन कार्य बंद था. छठा पाउंड पूरा भर गया है. जिसके चलते प्लांट से बिजली उत्पादन बंद कर दिया गया है। परिवहन कार्य सुचारू होने के बाद छाई ने उम्मीद जताई कि रविवार तक बिजली उत्पादन फिर से शुरू हो जाएगा। प्लांट बंद होने से डीवीसी को बिजली उत्पादन में प्रतिदिन करीब 5 करोड़ 71 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है. बता दें कि बेरमो कोल हाईवे एसोसिएशन ने विभिन्न मांगों को लेकर 15 जुलाई से एस पाउंड से ट्रांसपोर्टिंग कार्य बंद कर आंदोलन शुरू किया था. एक नवंबर को बेरमो एसडीएम मुकेश कुमार मछुआ की अध्यक्षता में हुई वार्ता के बाद हाइवा एसोसिएशन की ओर से आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गयी. इसके बाद बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर एस पाउंड में कार्यरत संविदा कर्मियों ने आंदोलन के दौरान परिवहन कार्य ठप कर दिया था. जिसके कारण लगभग चार माह तक एस पाउंड से परिवहन कार्य लगातार बंद रहा. और अंततः बोकारो थर्मल प्लांट को बंद करना पड़ा. झारखंड के कई जिलों में सीसीएल, रेलवे और अन्य राज्यों को भी इस बोकारो थर्मल प्लांट से उत्पादित बिजली की आपूर्ति होती है. यहां बोकारो थर्मल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर पिंकू कुमार यादव, पेक नारायणपुर थाना प्रभारी नीतीश कुमार, कथारा ओपी प्रभारी राजेश प्रजापति समेत अन्य पुलिस बल मौजूद थे.
ये भी पढ़ें:- लाल किला ब्लास्ट: दिल्ली में ब्लास्ट के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद्द



