राहुल कुमार/न्यूज़11इंडिया
कैनोपी/डेस्क: बनहरदी कोयला परियोजना से प्रभावित क्षेत्र के रैयतों की भूमि संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए प्रखंड के बनहरदी पंचायत सचिवालय परिसर में विशेष शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में अंचलाधिकारी सुमित कुमार झा एवं अंचल निरीक्षक महेश सिंह ने रैयतों की समस्याएं सुनीं और समाधान के लिए उचित पहल करने का आश्वासन दिया. मुखिया रमेश उराँव, पूर्व मुखिया चन्द्रदेव उराँव, महेश्वर उराँव व अन्य रैयतों ने कहा कि हाल के सर्वे में पूरे जिले में बड़े पैमाने पर भूमि संबंधी त्रुटियाँ हुई हैं, रैयतों की जमीन इधर-उधर कर दी गयी है, रैयती जमीन को भी वन भूमि व गैर मजरूआ दिखा दिया गया है।
उक्त समस्या के समाधान के लिए वे हर स्तर पर प्रयास कर चुके हैं, लेकिन अब तक समस्या जस की तस बनी हुई है. इससे पहले तत्कालीन एसडीओ व अंचलाधिकारी ने भूमि सुधार को लेकर कैंप लगाया था, जिसमें दर्जनों ग्रामीणों ने आवेदन दिया था, लेकिन उनका आवेदन कहां पहुंचा, इसकी कोई जानकारी नहीं है. ग्रामीणों की समस्याओं को सुनने के बाद अंचलाधिकारी ने समस्याओं के समाधान के लिए उचित पहल करने का आश्वासन दिया और कहा कि हम आपकी समस्याओं का समाधान निकालने के लिए गांव आये हैं, आपकी जो भी समस्या है, वह लिखित रूप से दें, समस्या का समाधान करने का हरसंभव प्रयास किया जायेगा. सीओ श्री झा के आश्वासन के बाद दर्जनों ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं को लेकर आवेदन भी दिया.
इससे पहले भूमि सुधार के लिए आयोजित शिविर में जब कोयला परियोजना के अधिकारी पहुंचे तो ग्रामीणों ने नाराजगी जतायी, जिसके बाद परियोजना के अधिकारी लौट गये. बता दें कि 3 अक्टूबर को एफआरए को लेकर ग्राम सभा का आयोजन किया गया था, जिसमें हालिया सर्वे में हुई गड़बड़ी को लेकर ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया था. जिसके बाद सोमवार को अंचलाधिकारी ने भूमि सुधार को लेकर विशेष कैप लगायी. मौके पर अंचल अमीन महावीर राम, राजस्व कर्मचारी जनेश्वर राम, ग्रामीण बेणेश्वर यादव सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे.
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