रोहन निषाद/न्यूज़11 भारत
चाईबासा/डेस्क: मझगांव प्रखंड के मध्य विद्यालय देवधर स्थित आदिवासी जीवन दर्शन पर आधारित संग्रहालय देखने पांच सदस्यीय फ्रांसीसी पर्यटक पहुंचे। ट्राइबल इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के पश्चिमी सिंहभूम जिला सचिव अनमोल पाट पिंगुवा के नेतृत्व में पहुंचे। फ्रांसीसी पर्यटकों ने संग्रहालय में मौजूद चीज़ों का अध्ययन किया और हो जनजातियों के जीवन दर्शन का जायजा लिया। पर्यटकों ने संग्रहालय में संरक्षित सभी चीजों को अपने कमरों में कैद किया और आदिवासी जीवन में उनकी उपयोगिता को अपनी डायरियों में दर्ज किया। संग्रहालय स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में देखने आए फ्रांसीसी पर्यटक आगंतुकों का स्कूल प्रबंधन समिति और अभिभावकों ने आदिवासी परंपरा के अनुसार हाथ धोकर स्वागत किया।
उन्हें फूलों की मालाएं और गुलदस्ते दिए गए और पत्तों की टोपी पहनाई गई और पारंपरिक मांदल और ढोल की थाप पर स्कूली लड़के और लड़कियों द्वारा नृत्य के साथ उन्हें संग्रहालय तक ले जाया गया। आगंतुकों के स्वागत दल में एसएमसी अध्यक्ष के साथ विद्यालय प्रभारी जगदीश चंद्र सवैयां, विज्ञान शिक्षक देवानंद तिरिया, मेनंती पिंगुवा, कविता महतो, चन्द्रशेखर तामसोय, हो शिक्षक सुभाष हेम्ब्रम, पारंपरिक वाद्य यंत्र प्रशिक्षक बलभद्र हेम्ब्रम, ग्राम मुंडा श्याम पिंगुवा, हो भाषा के राज्य संसाधन शिक्षक कृष्णा देवगम व मंगल सिंह मुंडा शामिल थे. चंद्रमोहन पिंगुवा, बाल संसद अध्यक्ष। संगीता पूर्ति, डाकुवा जगराई पिंगुवा सहित बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे.
कोल्हान प्रमंडल के तत्कालीन क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक अरविंद विजय बिलुंग की प्रेरणा से वर्ष 2017 में स्थापित संग्रहालय को दिन-ब-दिन विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता देख विद्यालय के शिक्षकों, प्रबंधन समिति, अभिभावकों व बच्चों में काफी उत्साह है और इसे हमेशा अपडेट रखने की उत्सुकता है.
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