लातेहार: छठ पर्व के शुभ अवसर पर विद्या भारती द्वारा संचालित धरमपुर रोड स्थित सरस्तवी विद्या मंदिर की ओर से आज चटनाही छठ घाट पर व्रतियों के बीच बीए प्रसाद का वितरण किया गया.
मौके पर राजीव रंजन पांडे ने कहा कि छठ पर्व प्रकृति और सामाजिक समरसता का प्रतीक माना जाता है, क्योंकि इस पर्व में प्रकृति के तत्वों की पूजा की जाती है. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। साथ ही समाज के सभी वर्ग एक साथ आकर त्योहार मनाते हैं।
छठ पर्व अपनी सादगी और पवित्रता के कारण खास है, जो प्रकृति और मानव के बीच के रिश्ते को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की विशेषता यह है कि आज भी हर त्योहार सिर्फ एक उत्सव नहीं है, बल्कि जीवन दर्शन और मूल्यों की सच्ची झलक भी देता है। हमारे त्यौहार हमें याद दिलाते हैं कि जीवन केवल सांसारिक उपभोग का नाम नहीं है, बल्कि आत्म-अनुशासन, प्रकृति के साथ समन्वय, कर्तव्य के प्रति समर्पण और सामाजिक सह-अस्तित्व का एक अपरिहार्य मार्ग भी है।
मौके पर विद्यालय के प्राचार्य उत्तम मुखर्जी ने कहा कि छठ पर्व भारतीय लोक आस्था का ऐसा महापर्व है, जिसमें लोक की ऊर्जा, श्रम की गरिमा, मातृशक्ति का गौरव, जल-थल-नभ की पवित्र पहचान और सूर्योपासना की प्राचीन परंपरा एक साथ साकार होती नजर आती है.
मौके पर मुख्य रूप से स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन पांडे, सचिव नरेंद्र पांडे, सह सचिव सुधांशु दुबे, स्कूल के प्राचार्य उत्तम मुखर्जी, कार्यकारी समिति के सदस्य दिनेश महलका और अधिवक्ता रितु रानी उपस्थित थे।



