धनबाद समाचार: एसएनएमएमसीएच की इमरजेंसी में कॉटन और दवा की कमी पर ईडी ने नाराजगी जतायी. धनबाद समाचार: एसएनएमएमसीएच का निरीक्षण करने पहुंचे झारखंड राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यकारी निदेशक अबू इमरान उस वक्त हैरान रह गये जब उन्हें पता चला कि इमरजेंसी के माइनर ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में रुई, घाव सिलने के लिए धागा और अन्य जरूरी सामान नहीं है. ओटी में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि कई दिनों से रुई समेत अन्य सामान नहीं मिल रहा है. इस पर ईदी अबू इमरान ने स्वास्थ्य कर्मियों पर तंज कसते हुए पूछा कि…रुई नहीं है तो क्या मरीजों के घाव कागज से साफ करते हैं? इस सवाल पर एसएनएमएमसीएच के अधिकारी चौंक गये.
इमरजेंसी में पर्ची देखकर ईदी को गुस्सा आ गया
निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी डॉक्टरों के ड्यूटी रूम के बाहर पर्ची देखकर ईदी अबू इमरान भड़क गये. पर्ची पर लिखा था कि ‘डॉक्टर को बेड और एंबुलेंस के लिए परेशान न करें, ऐसा करने पर 1000 रुपये का जुर्माना लगेगा।’ इस पर ईडी ने अस्पताल अधीक्षक समेत अन्य अधिकारियों को फटकार लगायी. उन्होंने आपातकालीन स्थिति के लिए तत्काल एक मैनेजर नियुक्त करने का निर्देश दिया. साथ ही मैनेजर व वार्ड ब्वॉय का नंबर भी डिस्प्ले करने का निर्देश दिया गया. बाद में कर्मचारियों ने पर्ची फाड़कर फेंक दी।
जांच के नाम पर मरीज से पैसे मांगने की शिकायत
अबु इमरान एसएनएमएमसीएच ओपीडी के निरीक्षण के दौरान मरीजों से बात कर रहे थे. मेडिसिन ओपीडी के बाहर बैठे एक मरीज से बात करने पर उन्हें पता चला कि स्वास्थ्य कर्मी ने उनसे जांच करने के लिए 500 रुपये की मांग की है. मरीज ने ईडी को बताया कि उक्त जांच अस्पताल में नहीं होती है. निजी सेंटर में जांच की कीमत 700 रुपये है. अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी ने उनसे यह कहकर पैसे की मांग की कि 500 रुपये देने पर उक्त जांच अस्पताल में ही हो जायेगी. इसकी जानकारी मिलने पर अबू इमरान ने अधीक्षक को मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
आईसीयू बेड पर दिखा कॉकरोच, सफाई एजेंसी पर कार्रवाई के निर्देश
निरीक्षण के दौरान अबू इमरान आईसीयू पहुंचे। वहां वे मरीजों के परिजनों से अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था के बारे में बात कर रहे थे. तभी उनकी नजर मरीज के बिस्तर पर कॉकरोच पर पड़ी. बेड के पास रखे डेस्क पर कॉकरोच देख उन्होंने सफाई एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
मरीज ने सदर अस्पताल में इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान केंदुआ के एक मरीज की पत्नी सोनी देवी ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए ईडी से शिकायत की. सोनी देवी ने बताया कि उन्होंने अपने पति को गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया है. 24 घंटे से अधिक समय बीत गया, लेकिन एक बार भी डॉक्टर देखने नहीं आये. इस पर उन्होंने अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. संजीव कुमार प्रसाद को व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया.
दोनों अस्पतालों में 108 एंबुलेंस एजेंसियों के प्रतिनिधि तैनात रहेंगे।
निरीक्षण के दौरान ईडी को 108 एंबुलेंस की सेवाओं में अनियमितता की शिकायतें मिलीं. इस पर उन्होंने 108 एंबुलेंस संचालित करने वाली एजेंसी के प्रतिनिधि को बुलाकर फटकार लगाई। साथ ही सिविल सर्जन को दोनों अस्पतालों में एजेंसी के प्रतिनिधि नियुक्त करने का निर्देश दिया.
…और वह चूहा जो ऑडियोमेट्री रूम से बाहर आ गया
सदर अस्पताल के ओपीडी के निरीक्षण के दौरान इडी ऑडियोमेट्री कक्ष में पहुंचे. उसने बंद दरवाजे के बारे में पूछा. उन्हें बताया गया कि यह ऑडियोमेट्री रूम है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी के कारण इसे शुरू नहीं किया जा सका है. कुछ देर बाद उसे ऑडियोमेट्री रूम का दरवाजा मिला। दरवाजा खोलते ही एक चूहा निकला। उन्होंने तुरंत एक डॉक्टर की व्यवस्था की और ऑडियोमेट्री का उपयोग शुरू करने का निर्देश दिया।
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