धनबाद.
चाईबासा में मासूम बच्चों को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने और अन्य समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी महानगर और ग्रामीण ने सोमवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना दिया. इसकी अध्यक्षता महानगर अध्यक्ष श्रवण राय और धनबाद ग्रामीण अध्यक्ष घनश्याम ग्रोवर ने की.
चाईबासा की घटना, झारखंड सरकार की विफलता
पूर्व सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि चाईबासा की घटना झारखंड सरकार की विफलता का चरम उदाहरण है. राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है और आम जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. ऐसे में मुख्यमंत्री को तत्काल अपने स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त कर पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाना चाहिए. जो भी दोषी है उसे तुरंत सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए।’ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संजीव अग्रवाल ने कहा कि जब मासूम जिंदगियों से खिलवाड़ हो रहा हो और सरकार चुप हो तो यह संवेदनहीनता नहीं बल्कि अपराध है। महानगर अध्यक्ष श्रवण राय ने कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होने तक भाजपा जनता की आवाज बनकर संघर्ष करेगी। ग्रामीण जिला अध्यक्ष घनश्याम ग्रोवर ने कहा कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क जैसी हर व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. विरोध सिर्फ गुस्सा नहीं है, बल्कि जनता के विश्वास की रक्षा का संकल्प है। बाद में राज्यपाल के नाम एक लिखित ज्ञापन सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा को सौंपा गया. उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार की विफलता के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और मांग की कि हेमंत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा और न्याय दिया जाए. मौके पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजकुमार अग्रवाल, रमेश राही, धर्मजीत चौधरी, तारा देवी, जिला महासचिव धनेश्वर महतो, विष्णु त्रिपाठी, बलदेव महतो, पंकज सिन्हा उर्फ कुमार अमित, धरणीधर मंडल, जिला महासचिव मानस प्रसून, निषाद, रीता यादव, नरेंद्र त्रिवेदी, अमरजीत कुमार, सूरज पासवान, अवधेश साह, किशोर मंडल, अरुण राय, योगेन्द्र यादव, रंजीत सिंह, विरंची सिंह, पंकज सिन्हा, बृहस्पति पासवान, बच्चा गिरी, सूरज पासवान, कृष्णा राउत, आशीष मुखर्जी, रमेश महतो आदि थे। वर्तमान.
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