धनबाद समाचार: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) में शुक्रवार को ‘बायोइंफॉर्मेटिक्स एंड डेटा साइंस के साथ बायोटेक्नोलॉजी में वर्तमान जॉब स्कोप’ और ‘बायोइंफॉर्मेटिक्स एंड ड्रग डिजाइन’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम डिजीएनालिटिक्स, रांची एवं बीबीएमकेयू के संयुक्त तत्वावधान में हुआ. इस दौरान दोनों संस्थानों के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके तहत भविष्य में अनुसंधान, नवाचार और छात्र प्रशिक्षण के क्षेत्र में संयुक्त कार्य किया जाएगा। इस एमओयू पर बीबीएमकेयू की ओर से रजिस्ट्रार डॉ. राधानाथ त्रिपाठी ने जबकि डिजीनोलिक्स की ओर से विनीता कुमारी ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर डॉ. नविता गुप्ता (अध्यक्ष, आरडीसी) और डॉ. सरिता मुर्मू (सदस्य, आरडीसी) गवाह के रूप में उपस्थित थीं। कार्यक्रम में डॉ. एम. नितिन (पीएचडी, जेएनयू), प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर डिजीएनालिटिक्स इंडिया और वैज्ञानिक, इजमिर टर्की ने जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उभरते करियर विकल्पों और डेटा आधारित अनुसंधान की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। उनके साथ प्रकाश तिर्की (जैव सूचना विज्ञान एवं औषधि डिजाइन वैज्ञानिक अधिकारी), अनमोल एंथोनी हंस (जीनोमिक्स अनुसंधान अधिकारी) और विनीता कुमारी (प्रशासन प्रभारी) ने भी अपने विचार साझा किये। छात्रों ने भी सेमिनार में सक्रिय रूप से भाग लिया और जीव विज्ञान, कम्प्यूटेशनल प्रौद्योगिकी और डेटा विज्ञान के एकीकरण से उत्पन्न होने वाले नए अवसरों पर प्रश्न-उत्तर सत्र में भाग लिया। बीबीएमकेयू प्रशासन ने कहा कि यह समझौता झारखंड में उन्नत अनुसंधान, नवाचार और क्षमता निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे छात्रों को उद्योग और प्रयोगशालाओं में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम के अंत में कुलपति की उपस्थिति में सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया गया। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ मुकुंद रविदास भी उपस्थित थे.
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