धनबाद क्राइम न्यूज़, धनबाद: दिवाली और छठ जैसे प्रमुख त्योहारों को देखते हुए अपराध नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर धनबाद पुलिस अलर्ट मोड में है. इसी वजह से रविवार की रात पुलिस को बड़ी सफलता मिली. दरअसल वाहन चेकिंग अभियान के दौरान बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के विसरा चौक के पास से एंटी क्राइम टीम ने दो शातिर अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार युवक के पास से पुलिस ने देशी पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रात करीब 8:45 बजे विसरा चौक की ओर से तेज गति से आ रही एक मोटरसाइकिल को पुलिस ने रुकने का इशारा किया. लेकिन एक बाइक पर सवार दो युवक पुलिस को चकमा देकर भागने लगे. पुलिस ने तुरंत उनका पीछा किया और दोनों को पकड़ लिया. तलाशी के दौरान उनके पास से एक देशी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किये गये.
यह भी पढ़ें: छठ की तैयारी बनी हादसे का कारण, देवघर में तालाब में डूबकर किशोर की मौत
गिरफ्तार अपराधियों के नाम क्या हैं?
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान अजय कुमार उर्फ इंजीनियर (पिता व्यास भगत, साकिन-खजुरी, थाना-गोविंदपुर, जिला-पूर्वी चंपारण, बिहार) है.
और जन्म दिलीप यादव (पिता राकेश प्रसाद यादव, साकिन-धूमनगर, थाना-लखनौर, जिला-पूर्वी चंपारण, बिहार) के रूप में हुआ.
सोने-चांदी की दुकानों की रेकी कर रहे थे
पुलिस की पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे पिछले चार-पांच दिनों से धनबाद की सोने-चांदी की दुकानों की रेकी कर रहे थे. रविवार को अधिकांश दुकानें बंद होने के कारण वे वारदात नहीं कर सके। उसने पुलिस को यह भी बताया कि उसके साथ चार अन्य साथी भी थे, जो दूसरी बाइक से भाग गये.
दोनों अपराधियों पर बिहार के कई थानों में गंभीर मामले दर्ज हैं.
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अपराधी अजय कुमार के खिलाफ बिहार के विभिन्न थानों में कई संगीन मामले दर्ज हैं. जिसमें आर्म्स एक्ट, हत्या, लूट, चोरी और मारपीट के मामले शामिल हैं. दिलीप यादव मोतिहारी जिले के भी कई मामलों में वांछित है, जिसमें हत्या और एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले शामिल हैं.
फरार अपराधियों की तलाश में जुटी धनबाद पुलिस
धनबाद पुलिस अब फरार अपराधियों की तलाश में जुट गई है और इलाके में सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि त्योहारों के दौरान जिले भर में विशेष जांच अभियान जारी रहेगा ताकि किसी भी आपराधिक गतिविधि को रोका जा सके.
यह भी पढ़ें: मिट्टी की खुशबू और छठ की खीर की खुशबू ने अधिकारियों को खींच लिया ग्रामीण की झोपड़ी की ओर, साथ बैठकर खाया खरना का प्रसाद



