बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: धनतेरस के मौके पर शनिवार को बोकारो व चास के बाजारों में सुबह से देर शाम तक रौनक रही. एक अनुमान के मुताबिक इस बार चास बोकारो में 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हुआ.
शहरवासियों ने जमकर खरीदारी की और ग्राहकों का उत्साह भी चरम पर रहा. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। सुबह 10 बजे से ही बाजार में चहल-पहल शुरू हो गयी. शाम होते-होते दुकानों में ग्राहकों की भीड़ उमड़ने लगी। बाजारों में भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम किये गये थे.
बाजार सजने के कारण जाम से भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक समस्या सेक्टर-04 सिटी सेंटर, दुंदीबाद मार्केट, चास बाइपास, चास पुराना मार्केट, चास साहू मार्केट आदि जगहों पर देखी गयी, फिर भी लोगों का उत्साह चरम पर था. चास के सेक्टर 4 सिटी सेंटर, दुंदियाबाद मार्केट, सेक्टर 9बी, सेक्टर 1 राम मंदिर मार्केट समेत अन्य बाजारों में लोगों का उत्साह चरम पर था. देर शाम तक विभिन्न वाहन शोरूमों में लोगों ने दोपहिया व चारपहिया वाहनों की खरीदारी की. पहले से बुक किए गए वाहनों की डिलीवरी भी ली।
बोकारो के ऑटो डीलरों के मुताबिक, धनतेरस पर 1500 से ज्यादा गाड़ियों की प्री-बुकिंग हो चुकी है. इनमें 700 कारें और एसयूवी शामिल हैं, जबकि 800 से ज्यादा दोपहिया वाहन हैं। शहर के डीलरों ने कहा कि धनतेरस पर डिलीवरी के लिए लगभग 80 इलेक्ट्रिक दोपहिया और 25 इलेक्ट्रिक कारों की बुकिंग की गई है। प्री-बुकिंग के अलावा धनतेरस के दिन लोगों ने गाड़ियों की बुकिंग भी की और खरीदारी भी की.
बर्तन की दुकानों पर गृहणियों ने पूजा में उपयोग होने वाले बर्तनों के साथ ही घरेलू सामान की खरीदारी की। लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, फर्नीचर, घरेलू सामान, आभूषण, झाड़ू, कंप्यूटर, मोबाइल, लैपटॉप, कपड़े, मिठाई, साइकिल, सिलाई मशीन, नमक और अन्य चीजें खरीदीं।
व्यापारियों के मुताबिक इस बार सभी सेक्टरों को मिलाकर कुल 350 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हुआ है. ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए दुकानों में उपहार, लकी ड्रा कूपन, छूट और कई अन्य ऑफर दिए गए, जिसका लोगों ने भरपूर फायदा उठाया। फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि सामान ग्राहकों के घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दुकानदारों ने देर रात तक पूरी की।
परंपरा के अनुसार सभी ने झाड़ू लेकर खरीदारी शुरू की। इसके साथ ही बर्तन, लक्ष्मी, गणेश व कुबेर की मूर्तियों की भी खरीदारी की गयी. यहां आभूषणों की खरीदारी पर कई तरह के ऑफर दिये गये. जिसमें मेकिंग चार्ज में छूट से लेकर बाजार में सोने के रेट सस्ते होने तक के ऑफर थे।
धनतेरस पर आभूषण दुकानों में अधिक भीड़ देखी गयी. लोगों ने अपनी जरूरत के मुताबिक आभूषणों की खरीदारी की। दुकानदारों के मुताबिक इस बार लोगों ने हल्के सोने और हीरे के आभूषणों के अलावा चांदी और सोने के सिक्के भी खूब खरीदे। इसके साथ ही लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी बिकीं। आभूषण की दुकानों पर आधुनिक डिजाइन के आभूषण उपलब्ध थे।
ऑटोमोबाइल सेक्टर में कंज्यूमर ऑफर, कॉरपोरेट ऑफर, कम ब्याज दरों के साथ-साथ एक्सचेंज बोनस भी दिया गया। इसके अलावा जीरो डाउन पेमेंट और नो कॉस्ट ईएमआई का ऑफर भी उपलब्ध था। वहीं, इलेक्ट्रॉनिक बाजार में हर खरीदारी पर तय उपहार से लेकर कई ऑफर दिए गए।
इस बार जीएसटी दर घटने से चार पहिया वाहनों की बिक्री बढ़ी है. बाजार में उपलब्ध विभिन्न कार कंपनियों की 700 से अधिक छोटी-बड़ी कारें बिकीं। धनतेरस पर सभी दोपहिया वाहन कंपनियों की एक हजार से अधिक बाइक और स्कूटी बिकीं। इस बार इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर की भी मांग अच्छी रही. बाजार पिछले साल से बेहतर रहा. जानकारों का कहना है कि इस बार दोपहिया वाहनों की बिक्री 20 फीसदी और चार पहिया वाहनों की बिक्री 25 फीसदी बढ़ी है.
धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। इसके चलते सुबह से ही लगभग सभी लोग हाथों में झाड़ू लिए नजर आए। धनतेरस के दिन 50 रुपये से लेकर 200 रुपये तक की झाड़ू की बिक्री हुई. ज्यादातर लोग फूल और झाड़ू खरीदते दिखे। झाड़ू विक्रेताओं के अनुसार इस बार झाड़ू का बाजार अच्छा रहा. इस साल 20 लाख रुपये से ज्यादा का कारोबार हुआ.
धनतेरस की खरीदारी के साथ ही लोगों ने दिवाली की पूजन सामग्री भी खूब खरीदी। दीये, करंज तेल, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां आदि खूब बिकीं। कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, जयपुर, बनारस आदि जगहों से लाई गई मिट्टी की मूर्तियों की मांग रही। इसके अलावा करंज तेल, धान की बाली, मिट्टी के खिलौने, चीनी की मिठाई, घरौंदा और गुल्लक से भी बाजार सजा रहा। बाजार में दीयों और मिट्टी के खिलौनों की जबरदस्त मांग रही। डिजाइनर दीया ने भी सभी को लुभाया. मिट्टी के खिलौने और घरेलू सामान भी खूब बिके।