शुभेंदु गुप्ता/न्यूज़ 11 भारत
देवघर/डेस्क: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और झारखंड स्थापना दिवस की रजत जयंती के अवसर पर शनिवार को भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्य अतिथि माननीय मंत्री, जल संसाधन, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग हफीजुल हसन, माननीय विधायक सारठ उदय शंकर सिंह, माननीय उपाध्यक्ष झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग प्राणेश सोलोमन, उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा, पुलिस अधीक्षक श्री सौरभ, उप विकास आयुक्त पीयूष सिन्हा एवं उपस्थित जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने नगर निगम स्थित धरती आबा बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, जिसके बाद माननीय मंत्री ने मुख्य समारोह स्थल पर दीप प्रज्वलित कर जिला स्तरीय कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
इसके अलावा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हफीजुल हसन ने धरती आबा बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए और सभी को झारखंड राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए गौरव का दिन है, साथ ही आज के दिन के महत्व को समझते हुए संकल्प लेने की जरूरत है कि हम एक-दूसरे का समर्थन करते हुए अपने कार्यों से झारखंड का नाम और भी गौरवान्वित करेंगे. इसके अलावा, मंत्री ने बताया कि झारखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर होटल बैद्यनाथ विहार होटल के अलावा पीपी मोड में 4 स्टार निर्माण, बुढ़ैई जलाशय, कृष्णा सागर बांध, सिकटिया बराज और पुनासी बांध का निर्माण 20 करोड़ रुपये की लागत से किया जायेगा. 113 करोड़, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा साइकिल वितरण योजना कुल – 69304, वितरित – 46114, वित्तीय वर्ष 2024-25 में आय वृद्धि योजना – 07, 2025-26 में आय वृद्धि योजना प्रक्रियाधीन है, वित्तीय वर्ष में मारंग गोमके प्रवासी छात्रवृत्ति योजना 03 2024-25 एवं वर्ष 2025-26 में 03, कुल 06 एवं 2025-26 में 03 से बढ़कर 06, अल्पसंख्यक छात्रावास निर्माण वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक कुल 55 111 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। कुल 50.00 करोड़ रुपये का बजट है, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना – झारखंड सरकार ने अब तक कुल 146 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है, पिछले साल अल्पसंख्यक समुदाय के कब्रिस्तानों के लिए 250 कब्रिस्तान स्वीकृत किए गए थे। अब तक 2500 से अधिक कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जा चुकी है, 88.83 करोड़ रुपये की अनुमानित राशि से गढ़वा, हजारीबाग, सरायकेला-खरसावां, रांची, साहेबगंज और देवघर जिलों में 06 (छह) अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालयों को मंजूरी दी गई है। शेष जिलों से भी प्रस्ताव मांगा गया है, कोचिंग योजना अल्पसंख्यक कोचिंग योजना के तहत एजेंसी का चयन करने की कार्रवाई की जा रही है, वर्ष 2025 में हज यात्रा पर जाने वाले झारखंड से हज यात्रियों की कुल संख्या 1298 थी, हज 2026 में हज यात्रियों की कुल संख्या 1578 है. 1578 हज यात्रियों की देखभाल के लिए 11 राज्य हज निरीक्षक भेजे जायेंगे और पीएमजेवीके/एमएसडीपी-के बारे में भेजने की कार्रवाई की जा रही है. अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में वित्तीय वर्ष 2025-26 हेतु 300 योजनाएँ भारत सरकार को अनुमोदन हेतु।
इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा के स्वागत भाषण के दौरान माननीय मंत्री ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए झारखंड के 25वें स्थापना दिवस और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर सम्मानित जनप्रतिनिधियों, मीडियाकर्मियों, अधिकारियों और प्रिय जिलेवासियों को बधाई दी. उन्होंने आगे कहा कि आज हम 25 साल की विकास यात्रा का जश्न मना रहे हैं और साथ ही हम आबा बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दे रहे हैं, जिन्होंने जल, जंगल और जमीन की रक्षा और आदिवासी अस्मिता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उनका साहस और बलिदान सदैव हमारी प्रेरणा रहेगा। देवघर सिर्फ एक जिला नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और ऊर्जा का केंद्र है. बाबा बैद्यनाथ की पवित्र भूमि पूरे देश और दुनिया को जोड़ती है। यहां की सादगी, सेवा भावना, धार्मिक सहिष्णुता और सांस्कृतिक विविधता देवघर को अद्वितीय बनाती है। श्रावणी मेले की विशाल परंपरा के अलावा यहां पर्यटन की भी अपार संभावनाएं हैं। शहरी और ग्रामीण जीवन की समृद्ध विरासत और सामाजिक भाईचारे की मिसाल के कारण झारखंड की असली पहचान का प्रतिनिधित्व करते हुए, राज्य सरकार द्वारा अतीत में कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में काम किया गया है, पर्यटन और तीर्थयात्रा विकास, श्रावणी मेला को और अधिक व्यवस्थित, सुरक्षित और सुचारू बनाना, बैद्यनाथ धाम परिसर और मुख्य मार्गों पर सुविधाओं का विस्तार, तीर्थयात्रियों की भीड़ प्रबंधन और आपदा-प्रतिबंध उपायों को मजबूत करना, बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी, सड़कों, पेयजल, बिजली और शहरी सुविधाओं में सुधार, ग्रामीण कनेक्टिविटी, सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता और व्यवस्थित रखरखाव, शिक्षा को प्राथमिकता देना। स्वास्थ्य एवं पोषण, स्कूलों में गुणवत्ता सुधार पर विशेष फोकस, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना, पोषण कार्यक्रमों में तेजी लाना, आजीविका एवं जन कल्याण, स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयास, युवाओं को कौशल प्रशिक्षण एवं रोजगार के अवसर प्रदान करना, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, कानून व्यवस्था एवं नागरिक सुरक्षा को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना, शांतिपूर्ण एवं समन्वित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए सख्त एवं संवेदनशील कदम, संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी। सिटीजन फ्रेंडली पुलिसिंग की दिशा में लगातार प्रयास होंगे। देवघर के विकास की तरह आगे भी साझेदारी आधारित विकास तभी संभव है, जब प्रशासन, जन प्रतिनिधि और जनता मिलकर काम करेंगे. साथ ही, जिला प्रशासन के मूल सिद्धांत पारदर्शिता, त्वरित सेवा और संवेदनशीलता हैं। जनसुनवाई, क्षेत्र निरीक्षण, प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएँ और समस्या समाधान की त्वरित प्रक्रिया हमारे काम का मुख्य आधार है।
उपरोक्त के अलावा नगर आयुक्त रोहित सिन्हा, अपर समाहर्ता श्री हीरा कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी मधुपुर श्री राजीव कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला नजारत उप समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला शैक्षणिक पदाधिकारी, जिला शैक्षणिक पदाधिकारी, जिला शैक्षणिक पदाधिकारी, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज. बैठक में जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, कार्यपालक अभियंता, जिला पंचायत राज, जिला पंचायत राज, कार्यपालक अभियंता उद्यान पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, विभिन्न प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, डीपीएम जेएसएलपीएस, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे.
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