गढ़वा से नित्यानंद दुबे की रिपोर्ट
गढ़वा. सदर अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) संजय कुमार ने आज टंडवा स्थित पीएम श्री सेंट्रल स्कूल का दौरा किया और एक शिक्षक की भूमिका निभाते हुए 10वीं कक्षा के छात्रों को विज्ञान के जटिल विषयों को सरल तरीके से समझाया।
स्कूल पहुंचकर एसडीएम ने छात्रों से बातचीत की और उनकी पढ़ाई की स्थिति के बारे में जानकारी ली. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से सीधे फीडबैक लेते हुए पूछा कि किस विषय या टॉपिक को समझने में उन्हें सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है।
छात्रों की शिकायत पर नियुक्त हुए शिक्षक: छात्रों ने बताया कि उन्हें भौतिकी में “करंट के चुंबकीय प्रभाव” और रसायन विज्ञान में हाइड्रोकार्बन के IUPAC नामकरण को समझना जटिल लगता है।
छात्रों की इस समस्या को सुनकर एसडीएम संजय कुमार ने बिना किसी औपचारिकता के तुरंत कक्षा में शिक्षक की भूमिका निभाई। उन्होंने करीब एक घंटे तक बच्चों को इन दोनों विषयों को बेहद सरल भाषा और तार्किक उदाहरणों से समझाया।
विज्ञान को सरल भाषा में समझाया गया
भौतिक विज्ञान: उन्होंने धारा के चुंबकीय प्रभाव की अवधारणा को स्पष्ट करने के लिए बोर्ड पर चित्र बनाकर समझाया और विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक होने के लिए प्रेरित किया।
रसायन विज्ञान: उन्होंने रसायन विज्ञान में IUPAC नामकरण की जटिल प्रक्रिया को सरल विधि से समझाया, जिससे छात्रों को समझने में आसानी हुई।
एसडीएम ने बच्चों को बताया कि विज्ञान कोई कठिन विषय नहीं है, बल्कि यह जीवन को तार्किक रूप से समझने का सबसे सुंदर तरीका है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि कठिन प्रतीत होने वाले विषयों को यदि जिज्ञासा एवं नियमित अभ्यास के साथ पढ़ा जाए तो वे अत्यंत रोचक एवं आसान हो जाते हैं।
छात्रों और शिक्षकों में उत्साह: एसडीएम को एक शिक्षक के रूप में अपने बीच पाकर स्कूल के छात्र बेहद उत्साहित और प्रेरित महसूस कर रहे थे। विद्यालय के शिक्षकों ने भी एसडीएम से अनुरोध किया कि वे भविष्य में भी समय-समय पर विद्यालय आएं और विद्यार्थियों को इसी प्रकार प्रोत्साहित करते रहें.
कार्यक्रम के अंत में एसडीएम संजय कुमार ने बच्चों को मेहनती छात्र, अच्छे इंसान और जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अच्छे अंक महत्वपूर्ण हैं, लेकिन जो सबसे महत्वपूर्ण है वह है जीवन में अच्छा आचरण और अनुशासन। उन्होंने सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।



