दुर्गा पूजा, दिवाली, छठ फेल हो रहे हैं, कईयों को कर्ज लेना पड़ा
जिला से आवंटन के लिए कई बार पत्राचार किया गया.
जमशेदपुर समाचार:
पूर्वी सिंहभूम बंदोबस्त कार्यालय में पदस्थापित दो अधिकारियों समेत 12 कर्मचारियों को पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिलने का मामला प्रकाश में आया है. बंदोबस्त कार्यालय के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों ने लंबित वेतन, मशीन, उपकरण, बिजली एवं पोशाक आवंटन की मांग को लेकर झारखंड सरकार के राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव को पत्र लिखा है और कई बार अनुस्मारक भी भेजा है, लेकिन आवंटन नहीं आया है. इस संबंध में उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार विभाग से आवंटन के अभाव में जिले में 2025-26 में वेतन नहीं मिल पाया है. वेतन के अभाव में इस साल दुर्गा पूजा, दिवाली, काली पूजा और छठ सब बेकार रह गया. शुरू के एक-दो महीने तो ठीक था, लेकिन लगातार पांच महीने तक वेतन नहीं मिलने से घर की पूरी दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गयी. कई महत्वपूर्ण काम रुके. कई खर्चों को पूरा करने के लिए श्रमिकों को कर्ज लेना पड़ता था। इसमें कई कर्मचारियों को समय पर ईएमआई नहीं चुकाने के कारण बैंक ने डिफॉल्टर तक घोषित कर दिया है.
बैंक अधिकारी ने डीसी कार्यालय पहुंचकर ऐसे डिफॉल्टर कर्मचारियों के बारे में जानकारी दी. वरीय प्रशासनिक अधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया. हालांकि प्रशासनिक पदाधिकारी की जांच में पता चला कि बंदोबस्त कार्यालय के दो सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, पांच सहायक और पांच चपरासियों को पिछले पांच माह से वेतन नहीं मिला है. कारण यह है कि वेतन मद का आवंटन नहीं आया है.
सूत्रों के अनुसार, चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में वेतन मद में 40 लाख रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ था, जिसमें से मई 2025 तक वेतन निकासी के बाद जिले में मात्र 31,312 रुपये ही बचे हैं.
कर्मचारियों ने इसकी शिकायत महासंघ से की
बंदोबस्त कार्यालय में पदस्थापित कर्मचारियों ने पिछले पांच माह से वेतन राशि नहीं मिलने और इससे हो रही समस्याओं के समाधान के लिए कर्मचारी महासंघ से शिकायत की है.
ये प्रभावित हुए
1. दो सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी. 2. पाँच सहायक कंपनियाँ। 3. पाँच पीना
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