डॉ. श्रीकृष्ण सिन्हा की मनाई गई जयंती
जमशेदपुर समाचार:
डॉ. श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान सभागार में शुक्रवार की शाम डॉ. श्रीकृष्ण सिन्हा की जयंती धूमधाम से मनाई गयी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में चतरा सांसद कालीचरण सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व आईजी सह भाजपा नेता लक्ष्मण प्रसाद सिंह उपस्थित थे. समारोह की शुरुआत अतिथियों द्वारा श्रीबाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। विषय प्रवेश कराते हुए संस्थान के प्रधान सचिव डॉ. हरि बल्लभ सिंह आरसी ने कहा कि डॉ. श्रीकृष्ण सिन्हा ऐसे देशभक्त थे, जिन्होंने वकालत छोड़कर स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भाग लिया. उन्होंने जमींदारी प्रथा को समाप्त किया और अछूत समझे जाने वाले हरिजनों को देवघर मंदिर में प्रवेश की अनुमति देकर न केवल दलित मुक्ति बल्कि मानव मुक्ति का भी कार्य किया।
मुख्य अतिथि सांसद कालीचरण सिंह ने कहा कि बिहार राज्य की नींव को मजबूत करने में श्री बाबू की भूमिका ऐतिहासिक रही है. मानभूम को बंगाल में जाने से बचाना हो या राज्य में शिक्षा की अलख जगाने के लिए इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेजों की स्थापना – श्रीबाबू के फैसलों का दूरगामी असर आज भी दिखता है। उन्होंने कहा, ”डॉ. श्रीकृष्ण सिन्हा को भारत रत्न देने की मांग जनभावना है और मैं इस मांग को संसद में जोरदार तरीके से उठाऊंगा.” उन्होंने श्रीबाबू के ओजस्वी व्यक्तित्व और वाकपटुता की सराहना करते हुए कहा कि इसी कारण उन्हें ‘बिहार केसरी’ की उपाधि मिली. विशिष्ट अतिथि पूर्व आईजी लक्ष्मण प्रसाद सिंह ने कहा कि श्रीबाबू निर्भीक व निष्पक्ष नेतृत्व की मिसाल थे. आवश्यकता पड़ने पर वे बिना किसी झिझक के पंडित नेहरू से भी दो टूक बात कर देते थे। वह अत्यंत अध्ययनशील थे और पुस्तकों के प्रति उनका प्रेम अद्वितीय था। उन्होंने श्रीबाबू को ‘विकास पुरुष’ बताते हुए कहा कि नेतरहाट स्कूल समेत कई उत्कृष्ट शिक्षण संस्थान उनकी दूरदर्शिता का परिणाम हैं.
संस्थान के सचिव प्रोफेसर डॉ अंगद तिवारी ने कहा कि श्रीबाबू को अपने काम और जनता पर बहुत भरोसा था. वे अपने क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए नहीं गये, क्योंकि उन्हें विश्वास था कि जनता उनके कार्यों के आधार पर ही वोट देगी. समारोह में सर्वसम्मति से डॉ श्रीकृष्ण सिन्हा को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष जेके श्रीवास्तव ने की और उन्होंने अध्यक्षीय भाषण दिया. इसके साथ ही वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश राय, सामाजिक कार्यकर्ता ब्रजभूषण सिंह और उत्तमकांत पाठक को ‘बिहार केसरी सम्मान’ से सम्मानित किया गया.
समारोह का संचालन संस्थान के उपाध्यक्ष राजदेव सिन्हा ने किया, स्वागत भाषण पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. श्यामलाल पांडे ने और धन्यवाद ज्ञापन बबीता तिवारी ने किया.
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