शनिवार को मुसाबनी क्षेत्र के लटिया ग्राम सभा में छह लोगों द्वारा नीम धरुवा का आयोजन किया जा रहा था.
आरोपी पक्ष ने जताया दुख, 9 नवंबर को होने वाली ग्राम सभा में दोनों पक्ष रखेंगे अपनी बात.
कभी-कभी निजी दुश्मनी के लिए नहीं बल्कि समाज की मान-मर्यादा और परंपरा को बचाने के लिए कड़े फैसले लेने पड़ते हैं: ग्राम प्रधान
जमशेदपुर समाचार:
शनिवार को मुसाबनी क्षेत्र के लतिया ग्राम सभा ने छह लोगों को नीम धरुवा (सामाजिक बहिष्कार) करने का निर्णय लिया था. लेकिन ऐन वक्त पर आरोपी पक्ष के कुछ लोग लटिया प्राइमरी स्कूल के पास आयोजित ग्राम सभा में पहुंच गये और अपना दुख-दर्द बयां किया. जिसके बाद नीम धरुवा (सामाजिक बहिष्कार) स्थगित कर दिया गया. ग्राम प्रधान भुजंग महली ने कहा कि “नीम धरुवा” का आयोजन किसी व्यक्ति विशेष के प्रति दुर्भावना या व्यक्तिगत शत्रुता के लिए नहीं, बल्कि समाज की गरिमा और परंपराओं की रक्षा के लिए किया जाता है। आरोपी जीवन महली, साधु उर्फ करण कुमार बास्के व उसकी पत्नी काजल कुमारी, पत्नी पुष्पा कुमारी, अभिनाथ महली व प्रकाश महली को बार-बार ग्राम सभा में आकर अपना पक्ष रखने को कहा गया. लेकिन वह ग्राम सभा में नहीं आये. जिसके बाद ग्राम सभा ने उसका यानी एकघुरिया का सामाजिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया था. उन्होंने कहा कि समाज हर व्यक्ति को समाहित रखना चाहता है. लेकिन कुछ लोग समाज के नियमों और नीतियों का पालन नहीं करते हैं। जिसके कारण कभी-कभी समाज को कड़े फैसले लेने पड़ते हैं। ग्राम सभा ने पक्ष और विपक्ष की बातें सुनने और समझने के लिए 9 नवंबर की तारीख तय की है. बता दें कि गांव के दो पक्षों में विवाद हो गया था. जिसके बाद बार-बार अनुरोध करने के बाद भी एक पक्ष के लोग ग्राम सभा में नहीं पहुंच रहे थे, जिसके बाद ग्राम सभा ने आरोपी पक्ष का सामाजिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया था.
इस ग्राम सभा में माझी बाबा, परगना बाबा, जोग माझी, नायके बाबा, पराणिक बाबा सहित कुंजो महली, गोबिंदा महली, किशोर महली, अकलू सोरेन, बासुदेव मार्डी, शंभु मार्डी, शंकर सेन महली सहित बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं व युवा उपस्थित थे. बैठक के अंत में ग्राम सभा ने सभी ग्रामीणों से समाज की एकता, शांति एवं भाईचारा बनाये रखने की अपील की.
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