छठ पूजा 2025, रांची: झारखंड में छठ पर्व को लेकर राज्य भर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है. सोमवार शाम को होने वाली मुख्य अर्घ्य पूजा को देखते हुए सभी प्रमुख जलाशयों और घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, रांची और जमशेदपुर समेत सभी बड़े शहरों में अतिरिक्त पुलिस बल, ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. संवेदनशील घाटों पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को भी तैनात किया गया है।
रांची के 62 जलाशयों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है.
रांची सिटी एसपी पारस राणा ने बताया कि राजधानी के कुल 62 जलाशयों को जोखिम के आधार पर तीन श्रेणियों ए, बी और सी में बांटा गया है. ए श्रेणी के घाटों को उच्च जोखिम, बी को संवेदनशील और सी को सामान्य श्रेणी में रखा गया है. उन्होंने कहा कि सबसे जोखिम वाले घाटों पर कम से कम 20 सुरक्षाकर्मी, संवेदनशील घाटों पर 10 और सामान्य घाटों पर पांच सुरक्षाकर्मी तैनात किये जायेंगे. वहीं, इस बार बाइक पर सवार होकर पुलिसकर्मी उन 19 जगहों पर गश्त करेंगे, जहां पिछले साल चोरी की घटनाएं हुई थीं. इसके अलावा सात त्वरित प्रतिक्रिया टीमें भी अलर्ट पर रहेंगी।
रांची के प्रमुख जलाशयों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात
रांची शहर के प्रमुख जलाशयों – बड़ा तालाब, कांके बांध, धुर्वा बांध, हटनिया तालाब और लेन टैंक तालाब पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। सिटी एसपी पारस राणा ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इन घाटों पर लगभग 1,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.
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करीब 1 हजार ट्रैफिक पुलिसकर्मी यातायात व्यवस्था संभालेंगे
इस बीच, पुलिस अधीक्षक (यातायात) राकेश सिंह ने कहा कि त्योहार के दौरान लगभग 1,000 यातायात पुलिसकर्मी यातायात व्यवस्था संभालेंगे. इनमें 450 महिला और 550 पुरुष पुलिसकर्मी शामिल हैं. इसी तरह, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो समेत अन्य जिलों में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है. जमशेदपुर में प्रशासनिक अधिकारियों ने नदी किनारे स्थित घाटों का निरीक्षण किया, वहीं धनबाद में ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है. प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे घाटों पर सुरक्षाकर्मियों के निर्देशों का पालन करें और किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें.
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