रोहन निषाद/न्यूज़11 भारत
जगन्नाथपुर/डेस्क: भारतीय जनता पार्टी के निर्देशानुसार रविवार को देर शाम जगन्नाथपुर प्रखंड द्वारा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन, परिवहन मंत्री दीपक बिरूवा एवं चक्रधरपुर विधायक सुखराम उराँव का पुतला दहन जगन्नाथपुर मुख्य चौक पर किया गया। पुतला दहन के दौरान युवा मोर्चा प्रखंड हरीश तांती ने कहा कि 27 अक्टूबर को चाईबासा के ताम्बो चौक के पास प्रशासन ने शहर में नो एंट्री की मांग करने वालों पर हेमंत सरकार के इशारे पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ कर दमनकारी रवैया अपनाया है. इसके विरोध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला फूंका गया. उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों से इस राज्य में जनविरोधी, आदिवासी विरोधी और मूलवासी विरोधी हेमंत सोरेन सरकार चल रही है.
पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता बामिया लागुरी, जो लगातार बर्बर, हिंसक और अराजक होते जा रहे हैं। लोकतंत्र में लोगों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के माध्यम से अपनी मांगें रखने का अधिकार है। लेकिन हेमंत सोरेन की सरकार बंदूक की नोक पर और गोलियों से डरा कर जनता की अभिव्यक्ति छीनने की कोशिश कर रही है. हेमंत सोरेन कहते हैं कि यह आदिवासियों की सरकार है. लेकिन पिछले छह वर्षों में जब भी जनता अपनी मांगों को कानूनी तौर पर रखने के लिए प्रदर्शन के माध्यम से सड़कों पर उतरती है तो उनकी आवाज को पूरी तरह से दबाने की कोशिश की जाती है।
चाईबासा के ताबो चौक पर बीती रात एक घटना घटी. नेशनल हाईवे 220 पर बने बाइपास पर हर दिन सैकड़ों गाड़ियां चलती हैं और इसमें अनगिनत लोगों की मौत हो चुकी है. इस सड़क पर आठ महीने में 154 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले 10 दिनों में सड़क हादसों में चार लोगों की जान जा चुकी है. लोगों की मांग है कि इलाके से गुजरने वाले भारी वाहनों पर रोक लगाई जाए. क्योंकि भारी वाहनों की आवाजाही के कारण छोटे-छोटे बच्चे स्कूल जाने से डरते हैं। पैदल, साइकिल व मोटरसाइकिल से सफर करने वाले लोग लगातार दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. दीपक बिरुआ इस क्षेत्र के परिवहन मंत्री हैं. वोट पाने के लिए जात-पात की बात कर लोगों को ठगते हैं.
पिछले 2 वर्षों से भारी वाहनों का आगमन ठप था. लेकिन 2 साल बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर भारी वाहनों का परिचालन शुरू हो गया है. अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं और कुछ लोग इलाज के लिए अस्पताल नहीं जा रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि प्रशासन उन्हें जेल में डाल देगा. इस मौके पर चंचल यादव, जीतेंद्र गुप्ता, बसंत गोप, सुखदेव गोप, अमित महापात्रो, गंगाधर नायक, दीपेंद्र सिंह, श्रवण शर्मा, सुशीला नायक, स्वाति गोप, श्याम सिंकू, राहुल सिंकू, प्रदीप रजक, घनश्याम कोड़ा, पिंटू सिंह, लालमोहन लोहार आदि मौजूद थे.
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