विद्या शर्मा/न्यूज़11 भारत
जादुई गुड़िया/डेस्क: घाटशिला विधानसभा उपचुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, पूरे विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है. राजनीतिक दलों के साथ-साथ अब समाज के प्रभावशाली लोग भी सीधे चुनाव लड़ने लगे हैं। इसी कड़ी में लंबे समय से दलितों, पिछड़ों और मजदूरों के मुद्दों पर आवाज उठाने वाले टिकी मुखी ने भी चुनावी मोर्चा संभाल लिया है.
मंगलवार की देर शाम तक टिकीमुखी ने मुसाबनी, गालूडीह, घाटशिला, धालभूमगढ़ समेत कई इलाकों में दलित समाज और मजदूर समुदाय की बैठकें कीं. बैठकों में उन्होंने पूरे उपमंडल के दलित समुदाय से अपील करते हुए कहा-
हम सभी को एकजुट रहना है.’ किसी के झांसे में न आएं. हमारा वोट बिखरना नहीं चाहिए, तभी हमारी ताकत मजबूत होगी. उन्होंने आगे कहा कि वर्षों तक दलित और मजदूर समुदाय की समस्याओं को सिर्फ चुनावी मुद्दा बनाया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ. अब समय आ गया है कि समाज को अपने हितों और समर्थन के लिए एक दिशा में निर्णय लेना चाहिए।
बैठक में उपस्थित लोगों ने टिकी मुखी की बात से सहमति जताते हुए कहा कि आप हमारे सेवक हैं, हम आपके बताये रास्ते पर चलेंगे. आप जैसा निर्देश देंगे, पूरा समाज उसी मार्ग पर चलेगा।
बैठक के दौरान शिक्षा, रोजगार, असंगठित मजदूरों की सुरक्षा, विस्थापन प्रभावित परिवारों के अधिकार एवं राजनीतिक भागीदारी पर विस्तृत चर्चा की गयी. उपस्थित लोगों ने साफ कहा कि अब समाज जाग चुका है और किसी भी कीमत पर अपने वोट की ताकत को कमजोर नहीं होने देगा.
टिकी मुखी ने कहा कि आने वाले उपचुनाव में दलित समाज की एकता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत होगी और इस बार फैसला कोई और नहीं बल्कि समाज ही लेगा.
मौके पर कृष्णा मुखी, आजाद बेहरा, राकेश मुखी, इब्राहिम, जमाल बाग, जितेन सोना, जय सिंह, संजय करवा शंकर मुखी, मंगल मुखी, साजन मुखी आदि लोग मौजूद थे।
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