संवाददाता, जामताड़ा. राजस्व ग्राम प्रधान संघ की बैठक सोमवार को गांधी मैदान में हुई. इसमें झारखंड आंदोलनकारी संघ के केंद्रीय अध्यक्ष नंदलाल सोरेन शामिल हुए. मौके पर ग्राम स्तर पर पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए ग्राम प्रधान गोड़ेत, कुदाम नायकी, नायकी, जोग मांझी आदि को जागरूक करने का निर्णय लिया गया. संगठन को मजबूत करने एवं सम्मान राशि से वंचित ग्राम प्रधान गोड़ेत, कुदाम नायकी, नायकी, जोग मांझी सहित पारंपरिक सामाजिक प्रतिनिधियों के चयन को लेकर रिकार्ड तैयार किया जायेगा. अभिलेख अनुमोदन हेतु संबंधित कार्यालय को उपलब्ध कराये जायेंगे। नंदलाल सोरेन ने कहा कि अनुसूचित जिले में ग्राम प्रधान को कानूनी जिम्मेदारी मिली है. उन्हें जागरूक होना चाहिए और पेसा कानून को जमीनी स्तर पर कारगर बनाने का प्रयास करना चाहिए। जिलाध्यक्ष अजीत दुबे ने कहा कि परंपरागत स्वशासन व्यवस्था गांव से लेकर विभागीय कार्यालय तक प्रभावी नहीं है, जिसके कारण स्वशासन व्यवस्था का अस्तित्व केवल एसपीटी एक्ट की किताब के पन्नों तक ही सीमित है. जिला महासचिव शिवलाल मुर्मू ने कहा कि ग्राम प्रधान गोड़ेत, कुदाम नायकी, नायकी, जोग मांझी आदि पारंपरिक सामाजिक प्रतिनिधियों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर विभागीय पहल की जानी चाहिए. जामताड़ा प्रखंड के 22 पंचायतों को अलग-अलग नोडल क्षेत्र बनाया गया है. प्रत्येक नोडल बैठक में पांच पंचायतों के सामाजिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। प्रत्येक शनिवार को नोडल स्तर की बैठक होगी। बैठक में प्रशिक्षक के रूप में करमाटांड़, जामताड़ा व नारायणपुर के प्रखंड अध्यक्षों के अलावा जिला कमेटी के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. संघ के प्रमंडलीय महासचिव सह प्रवक्ता अरविंद कुमार ओझा ने कहा कि जामताड़ा में गठित प्रखंड कमेटी की अवधि समाप्त हो गयी है. एक सशक्त कमेटी का पुनर्गठन किया जाए। प्रखंड स्तरीय कमेटी के गठन की संभावित तिथि 24 नवंबर या 9 दिसंबर तय की गयी है. मौके पर अब्दुल रज्जाक अंसारी, हेमन मुर्मू, धनंजय सिंह, जिला कमेटी के दुबराज भंडारी, पुलिस मरांडी, गणेश सोरेन, रफीक अंसारी, मोहम्मद मंसूर, राशिद अंसारी, नाला प्रतिनिधि रंजन मंडल, गोपाल राय व अन्य उपस्थित थे.
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