हरिहरगंज/पलामू. थाना क्षेत्र के सतगांवा गांव में हुए गेट-ग्रिल मिस्त्री जसमुद्दीन अंसारी उर्फ नवाब हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. सोमवार को पलामू पुलिस अधीक्षक रिशमा रामेसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया.
मालूम हो कि 27 अक्टूबर को गेट-ग्रिल मिस्त्री जसमुद्दीन अंसारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी थी. इस संबंध में 28 अक्टूबर को हरिहरगंज थाने में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर एक विशेष छापेमारी टीम का गठन किया गया.
2 नवंबर को पुलिस टीम ने हत्या के मुख्य आरोपी अब्दुल रमजान (26 वर्ष, पिता रईस खान, ग्राम गुरहा, थाना तरहसी, जिला पलामू) को हरिहरगंज बाजार से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया और कहा कि उसने अपने दो साथियों मोहम्मद की हत्या कर दी है. जसमुद्दीन की हत्या सैफुल्लाह (निवासी औरंगाबाद, बिहार) और इरफान अंसारी (निवासी हरिहरगंज, सतगावां) के साथ मिलकर की गयी थी.
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार (खंजर/दाबी), मृतक के खून से सना हुआ कपड़े का टुकड़ा और अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी अब्दुल रमजान ही पूरी हत्या की साजिश का मास्टरमाइंड था.
चार फीट जमीन का विवाद बना हत्या का कारण
एसपी रिश्मा रमेसन ने बताया कि हत्या के पीछे चार फीट जमीन के अधिकार को लेकर विवाद है. मृतक के पड़ोसी इरफान अंसारी ने रास्ते के विवाद को लेकर जसमुद्दीन की हत्या की साजिश रची थी. इसके लिए उसने अपराधियों से 1.50 लाख रुपये में सौदा तय किया, जिसमें 50 हजार रुपये एडवांस दिये गये. फिलहाल इरफान अंसारी और मो. सैफुल्लाह फरार हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी जारी है.
छापेमारी टीम में छतरपुर एसडीपीओ अवध कुमार यादव, हरिहरगंज थाना प्रभारी चंदन कुमार, एसआई संतोष कुमार, अविनाश कुमार शामिल थे.



