हालांकि, छापेमारी से पहले ही प्रदीप मंडल को इसकी भनक लग गई और वह मौके से फरार हो गया. पुलिस टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा. सूत्रों के अनुसार, गढ़वा साइबर डीएसपी की टीम देर रात गिरिडीह पहुंची और सीधे मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो से संपर्क किया और गुजियाडीह में प्रदीप के ठिकाने की घेराबंदी की. पुलिस कर्मियों ने घर को चारों तरफ से घेर लिया, लेकिन इस बार भी आरोपी पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। जानकारी मिल रही है कि वह लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता है.
सहयोगी की गिरफ्तारी के बाद राज खुला
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले गढ़वा पुलिस ने प्रदीप मंडल के करीबी लक्ष्मण मंडल को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में लक्ष्मण ने ही प्रदीप द्वारा चलाये जा रहे गिरोह की जानकारी दी थी. इसके बाद से पुलिस लगातार प्रदीप की तलाश कर रही है। पिछले महीने भी पुलिस टीम ने गुजियाडीह और उसके आसपास कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की थी, लेकिन हर बार वह पुलिस को चकमा देकर भाग जाता है. मामला गढ़वा जिले के एक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी से जुड़ा है. साइबर ठगों ने उन्हें फोन कर विश्वास में लिया और उनके बैंक खाते से करीब 22 लाख रुपये निकाल लिये. घटना के बाद पीड़िता द्वारा गढ़वा थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी. मामले की गंभीरता को देखते हुए गढ़वा साइबर पुलिस ने तुरंत तकनीकी जांच शुरू की, जिसमें गिरिडीह निवासी प्रदीप मंडल के गिरोह का नाम सामने आया.
गिरिडीह पुलिस भी तलाश कर रही है
प्रदीप साइबर क्राइम का चर्चित चेहरा बन गया है. गिरिडीह पुलिस भी लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी. बताया जाता है कि गिरिडीह एसपी डॉ. विमल कुमार ने भी प्रदीप की गिरफ्तारी को लेकर जिले की साइबर पुलिस टीम को विशेष निर्देश दिये हैं. प्रदीप राज्य में फैले कई साइबर नेटवर्क को संचालित करता है और उसका नाम पहले भी कई बड़े मामलों में आ चुका है. पुलिस ने दावा किया है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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