भारत मंडल/न्यूज़ 11 भारत
गांडेय/डेस्क: गांडेय प्रखंड के बड़गुंदा गांव में शनिवार की शाम प्रशासन व ग्रामीणों द्वारा शांति मार्च निकाला गया. आपको बता दें कि बीते मंगलवार की शाम कार्तिक उद्यापन के दौरान जुलूस निकालने के रास्ते को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद हो गया था, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया. घटना में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गये. स्थिति को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया.
शनिवार को निकाला गया शांति मार्च गांव के मुख्य चौक से शुरू हुआ. मार्च में स्थानीय जन प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और दोनों समुदाय के लोग शामिल हुए. मार्च के दौरान “आपसी सौहार्द बनाए रखें” और “शांति समाज की सबसे बड़ी ताकत है” जैसे नारे लगाए गए। अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि यह गांव सभी समुदायों के सहयोग और सौहार्द की मिसाल रहा है, जिसे हर हाल में कायम रखना जरूरी है.
कार्यपालक दंडाधिकारी बिनोद कुमार सिंह ने बताया कि दोनों समुदाय के लोगों के बीच आपसी भाईचारा एवं शांति बहाल करने के उद्देश्य से यह शांति मार्च निकाला गया. उन्होंने कहा कि लड़ने से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता, बल्कि बातचीत और समझदारी ही बेहतर रास्ता है. उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और किसी भी सूचना की पुष्टि प्रशासन से करें.
मौके पर डीएसपी नीरज कुमार सिंह, गांडेय इंस्पेक्टर सह डीएसपी कमाल खान, बीडीओ निशात अंजुम, सीओ मो. हुसैन, गांडेय थाना प्रभारी आनंद प्रकाश सिंह, अहिल्यापुर थाना प्रभारी गुलाम गौस हुसामी, ताराटांड़ थाना प्रभारी सुशांत कुमार चिरंजीवी, अतिरिक्त पुलिस बल, जनप्रतिनिधि मो. इरशाद, मो. नशीम, दारा सिंह, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष चांदमल मरांडी, ताराटांड़ मंडल अध्यक्ष चिंतामणि सिंह समेत कई लोग उपस्थित थे.
अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि अब गांव में स्थिति पूरी तरह सामान्य है और कानून व्यवस्था नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि शांति और सद्भावना ही विकास का एकमात्र रास्ता है, इसलिए सभी को मिलकर सकारात्मक माहौल बनाना चाहिए।
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