अरुण कुमार यादव/न्यूज़11भारत
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा जिले के चिनिया थाना क्षेत्र के टांडिल मुख्य मार्ग पर करइलेवाड़ा के पास देर शाम एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां हेतड़ाकला पंचायत के मुखिया चरकु परहिया के बेटे राजू परहिया, नंदू परहिया, अनरवा देवी, पानपति देवी और मंती देवी जंगली हाथियों के झुंड में फंसकर बाल-बाल बच गईं. प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी लोग स्विफ्ट डिजायर कार से चिनिया से अपने गांव टांडिल लौट रहे थे, तभी कारीलीवाड़ा के पास अचानक 20 से 25 जंगली हाथियों का झुंड सड़क पर आ गया और कार को सामने से घेर लिया. ड्राइवर ने जैसे ही गाड़ी रिवर्स करने की कोशिश की, पीछे से हाथियों का एक और झुंड आ गया.
अपनी जान बचाने के लिए सभी यात्री कार के गेट से कूदकर अंधेरे में जंगल की ओर भाग गए, ताकि वे किसी तरह अपनी जान बचा सकें. इस दौरान हाथियों ने कार को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया – लॉकिंग ग्लास सहित कार के आगे, पीछे और साइड के हिस्से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। सभी लोग भागकर तहले गांव पहुंचे, जहां से इसकी सूचना चिनिया वन विभाग को फोन पर दी गयी. घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गाड़ी में सायरन और टॉर्च लगाकर हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा और तहले गांव में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. इस मामले में वन विभाग के प्रभारी वनपाल अनिमेष कुमार ने दूरभाष पर बताया कि हाथियों द्वारा कार को पहुंचायी गयी क्षति का मुआवजा सरकारी प्रावधान के तहत दिया जायेगा. आपको बता दें कि चाइना क्षेत्र में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. पिछले कुछ महीनों में अलग-अलग इलाकों में तीन से ज्यादा झुंड सक्रिय हो गए हैं, जो रात में गांवों में घुसकर फसलों और घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। ग्रामीणों ने कई बार वन विभाग से हाथियों को क्षेत्र से भगाने की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है. इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है और वे रात में अपने घरों से निकलने से भी डर रहे हैं. इस बीच वन विभाग के प्रभारी वनपाल अनिमेष कुमार ने लोगों से हाथी को लेकर सतर्क रहने की अपील की और क्षेत्र में कहीं भी हाथी दिखने पर तुरंत सूचना देने को कहा.
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