अरुण कुमार यादव/न्यूज़11भारत
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा जिले के बड़गढ़ प्रखंड के बड़ी खजुरी गांव निवासी राजाबांध टोला के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय के पारा शिक्षक मार्टिन कच्छप 8 अप्रैल 2014 को लोकसभा चुनाव ड्यूटी पर गढ़वा जिले के जाटा गांव से चुनाव पेटी लेने के लिए पलामू गये थे. तब से 11 साल बीत जाने के बाद भी वह घर नहीं लौट पाए हैं. वह कहां गायब हो गये, कैसे गायब हो गये, इसका पता न तो विभाग को लग पाया है और न ही सरकार को. उनकी पत्नी सहित परिवार के सदस्यों ने काफी खोजबीन की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला, जबकि पारा शिक्षक मार्टिन कच्छप की पत्नी सहित उनके परिवार के सदस्यों की स्थिति यह है कि दो छोटे मासूम बच्चों में से एक बच्चे ने अपने पिता की याद में आत्महत्या कर ली, जबकि दूसरा बच्चा अपने मामा के घर में रह रहा है और मार्टिन कच्छप की पत्नी अपने और मार्टिन कच्छप के जीविकोपार्जन के लिए रोजगार की तलाश में बिहार के पटना शहर के एक निजी स्कूल में काम करने चली गई है. बुजुर्ग माता-पिता अपने बेटे को याद करते हुए पुराने घर में अकेले रह रहे हैं।
मार्टिन कच्छप के पिता बाबूलाल कच्छप ने बताया कि हम जिला प्रशासन गढ़वा से लेकर रांची के मुख्यमंत्री तक से मिल चुके हैं, लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हुई है और न ही कोई सरकारी लाभ मिला है. अब तो उम्मीद भी खत्म हो गई है. अब लगता है मेरा बेटा नहीं मिलेगा लेकिन कोई मदद नहीं मिली इसलिए सभी पोते घर से बाहर जाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं! वहीं जब इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक गढ़वा अनुराग मिंज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हां. बड़गड़ प्रखंड के पारा शिक्षक मार्टिन कच्छप 2014 के लोकसभा चुनाव में ड्यूटी पर जाने के बाद से लापता हैं. वरिष्ठ अधिकारी इस मामले पर आगे की कार्रवाई कर रहे हैं.
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