ग्रामीण शिक्षा, सामाजिक अधिकारिता
मनीष मंडल/न्यूज़ 11 भारत
बेंगाबाद/डेस्क: बिहार सरकार के माननीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री सुमित सिंह का केएन बक्शी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बेंगाबाद (गिरिडीह, झारखंड) के परिसर में भव्य स्वागत किया गया. उनके आगमन से महाविद्यालय परिवार एवं स्थानीय लोगों में भारी उत्साह देखा गया। अपने संबोधन में मंत्री ने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी केंद्र सरकार में और बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी राज्य स्तर पर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक विकास की किरण पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं, उसी दिशा में शिक्षण संस्थानों की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं, दलितों, महादलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए लगातार प्रभावी नीतियां लागू कर रही है, जिसका परिणाम समाज में वास्तविक समानता और सशक्तिकरण के रूप में दिखाई दे रहा है। शिक्षा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और रोजगार सृजन के क्षेत्र में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं युवाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोल रही हैं।
इस मौके पर श्री सुमित सिंह ने यह भी कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जनता का मतगणना परिणाम भी काफी सकारात्मक और बेहतर होगा, क्योंकि जनता विकास, शिक्षा और स्थिरता की राजनीति का समर्थन कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ सत्ता हासिल करना नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग को न्याय और अवसर प्रदान करना है.
मंत्री श्री सुमित सिंह केएन ने बख्शी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह संस्थान शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय भूमिका निभा रहा है। यहां वर्षों से बी.एड. (बी.एड.) और डी.एल.एड. (D.El.Ed) जैसे शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जा रही है। अब यह जानकर बेहद खुशी हो रही है कि इस कॉलेज में कानूनी शिक्षा के क्षेत्र में भी एक नई शुरुआत हो रही है – जहां एलएलबी (LL.B.) और बीएएलएलबी (BA LL.B.) जैसे पाठ्यक्रम शुरू होने जा रहे हैं।
उन्होंने इस नई कानूनी शिक्षा पहल के लिए कॉलेज प्रशासन, शिक्षकों और छात्रों को बधाई दी और कहा कि “यह कदम ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के छात्रों को न्यायिक शिक्षा से जोड़ने में ऐतिहासिक साबित होगा।”
अपने संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि बख्शी कॉलेज जैसे केएन शैक्षणिक संस्थान समाज के विकास की रीढ़ हैं, जो न केवल शिक्षा प्रदान करते हैं बल्कि समाज में जागरूकता, करुणा और जिम्मेदारी की भावना भी पैदा करते हैं।
श्री सुमित सिंह ने कहा, “गिरिडीह जैसे क्षेत्र में स्थित यह संस्था जिस समर्पण भाव से ग्रामीण, वंचित और पिछड़े वर्ग के छात्रों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रही है, वह वाकई सराहनीय है।” उन्होंने विद्यार्थियों से शिक्षा के साथ-साथ तकनीकी एवं वैज्ञानिक सोच अपनाने का आह्वान किया, ताकि वे समाज एवं देश के निर्माण में सक्रिय योगदान दे सकें।
मंत्री ने कॉलेज परिसर का निरीक्षण किया और विभिन्न प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय और शिक्षण कक्षों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा को न केवल रोजगार का माध्यम बनाना चाहिए बल्कि इसे समाज निर्माण का सशक्त माध्यम भी बनाना चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कई योजनाएं चला रही है, जो ग्रामीण युवाओं को डिजिटल शिक्षा, नवाचार और उद्यमिता के अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहा, “गांव के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, बस उन्हें सही मार्गदर्शन और मंच की जरूरत है।”
कॉलेज के प्राचार्य ने मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि यह संस्था शिक्षा की अलख जगाने और समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने के लिए सदैव तत्पर रही है. उन्होंने कहा कि अब जब कानून की पढ़ाई भी शुरू होने जा रही है तो यह कॉलेज शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ेगा.
कार्यक्रम के अंत में कॉलेज के सचिव ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए कहा, “माननीय मंत्री का आगमन हमारे लिए गौरव की बात है। उनका मार्गदर्शन हमें शिक्षा और सामाजिक विकास के नए आयाम हासिल करने के लिए प्रेरित करेगा।”
श्री सुमित सिंह का यह आगमन महज एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह ग्रामीण शिक्षा, तकनीकी प्रगति और सामाजिक सशक्तिकरण के प्रति साझा संकल्प का प्रतीक था। उनके द्वारा दिए गए विचार और शुभकामनाएं निश्चित रूप से केएन बख्शी को मिली, जो कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बेंगाबाद को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान करेगी।
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