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रांची/डेस्क: राज्य की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने बेड़ो प्रखंड के पंडरा, जमुनी एवं रोगो गांव में सरना-मसना स्थल की घेराबंदी योजना का शिलान्यास किया. पंडारा मसना स्थल की घेराबंदी 18 लाख 70 हजार रुपये, जमुनी सरना स्थल की 24 लाख 76 हजार रुपये, जमुनी मसना स्थल की 11 लाख 40 हजार रुपये और रोगो मसना स्थल की 16 लाख 45 हजार रुपये की लागत से घेराबंदी की जानी है. शिलान्यास के मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे.
इस मौके पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि इस स्थान से ग्रामीणों का सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और भावनात्मक जुड़ाव है. घेराबंदी के अभाव में ऐसे धरोहरों पर लगातार अतिक्रमण हो रहा है. ऐसे में समाज की जागरूकता और सरकार की योजना से सरना-मसना स्थल की पहचान को बचाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को स्वार्थ छोड़कर अपने पूर्वजों की विरासत को बचाने में सामूहिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए।
इस मौके पर मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने ग्रामीणों से एसआईआर के प्रति सचेत रहने और इस प्रक्रिया को गंभीरता से लेने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में एसआईआर का कार्य बीएलओ द्वारा किया जा रहा है. आपको हर हाल में अपना और अपने परिवार का सत्यापन कराना होगा। जरूरी दस्तावेजों को इस प्रक्रिया का हिस्सा बनाते हुए आपको अपना नाम वोटर लिस्ट में सुनिश्चित करना होगा. मंत्री ने ग्रामीण किसानों को मडुआ की खेती के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रति एकड़ तीन हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि की जानकारी दी और इसका लाभ उठाने को कहा.
इस दौरान बढ़ती ठंड को देखते हुए ग्रामीणों के बीच कंबल का भी वितरण किया गया. शिलान्यास कार्यक्रम में प्रखंड अध्यक्ष करमा उराँव, उप प्रमुख मुद्दसिर हक, बुध राम लोहरा, करमचंद भगत, चरवा उराँव, फहीम, शंभु बैठा, सुबल उराँव, बीरेंद्र उराँव, सामू मुंडा, मदन मुंडा, मंगरा मुंडा, शंकर मुंडा, टीपा मुंडा, केम्बा उराँव, सीरियल बारला उपस्थित थे।
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