लातेहार : सदर अस्पताल सभागार में सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे कुष्ठ रोगी खोज अभियान कार्यक्रम की शुरुआत की गयी.
कार्यक्रम की शुरुआत डीएसडब्ल्यू अधिकारी अलका हेम्ब्रम, सिविल सर्जन राजमोहन खलखो डीएस डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद डीपीएम निर्मल दास ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर की। आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। मौके पर सेविका सहायिका एवं एएनएम को संबोधित करते हुए समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेम्ब्रम ने कहा कि यह बीमारी अब लाइलाज नहीं है.
अगर समय पर इसका इलाज किया जाए तो यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले अगर किसी को यह बीमारी हो जाती थी तो गांव वाले उसका सामाजिक बहिष्कार कर देते थे. लेकिन अब लोगों में जागरूकता आ रही है. वहीं लोग इस बीमारी से बचाव को लेकर जागरूक हो गए हैं. सिविल सर्जन ने बताया कि इस बीमारी के लक्षण 15-20 साल के बाद सामने आते हैं.
उन्होंने इससे जुड़ी कई जरूरी जानकारियां दीं. इसके बाद आज से 26 नवंबर तक गांव-गांव घूमकर कुष्ठ रोगियों की खोज की जाएगी। साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए सदर अस्पताल से जागरूकता रथ रवाना किया गया. मौके पर डीएस डॉ. अखिलेश्वर प्रसाद शोभना टोपनो डॉ. रूद्र वर्मा, आयुष्मान भारत की मिनी कोऑर्डिनेटर बिनी रानी समेत अन्य मौजूद थे।



