प्रमोद कुमार/न्यूज़11भारत
बरवाडीह/डेस्क:– लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड के मंगरा रोड में कल्याण विभाग द्वारा संचालित एकलव्य विद्यालय में जादू-टोना, भूत-प्रेत, झाड़-फूंक जैसे मनगढ़ंत आरोप लगाकर आठवीं कक्षा की तीन छात्राओं निशु कुमारी, सपना कुमारी और प्रियांशु कुमारी को स्कूल से निकालने का मामला अब गंभीर रूप ले चुका है। मामला सामने आते ही पूरे इलाके में शिक्षण संस्थान की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं. घटना की जानकारी मिलते ही बुधवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी रेशमा रेखा मिंज विद्यालय पहुंचीं और छात्राओं से अलग-अलग बात कर पूरी घटना की जांच की. उन्होंने बच्चों को समझाते हुए कहा कि अंधविश्वास पूरी तरह से झूठ है. ऐसी बातें न तो वैज्ञानिक हैं और न ही इनका बच्चों से कोई संबंध हो सकता है. खंड विकास अधिकारी ने स्पष्ट किया कि छात्राओं पर लगाए गए आरोप निराधार हैं और ऐसे दावों को किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
प्रधानाध्यापक से कड़ी पूछताछ की
जब प्रखंड विकास पदाधिकारी ने प्रधानाध्यापक कमलेश कुमार से स्पष्टीकरण मांगा तो उन्होंने वही बातें दोहरायीं जो वैदिक सोसाइटी को दिये गये आवेदन में लिखी थीं. इस पर बीडीओ ने उन्हें फटकार लगाते हुए नामांकन की वास्तविक संख्या पूछी, लेकिन प्रधानाध्यापक सही आंकड़ा नहीं बता पाये. इससे स्कूल प्रबंधन की कार्यशैली कटघरे में आ गयी. खंड विकास अधिकारी ने बताया कि जांच चल रही है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई तय है।
सांसद प्रतिनिधियों को अंदर जाने से रोका गया
मामले की गंभीरता को देखते हुए चतरा सांसद कालीचरण सिंह के सांसद प्रतिनिधि दीपक तिवारी और दीपक राज भी स्कूल पहुंचे, लेकिन प्रबंधन ने उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया. दीपक तिवारी ने कहा कि पूरा मामला सांसद को भेजा जाएगा और लापरवाही साबित होने पर कार्रवाई होगी. वहीं सांसद प्रतिनिधि दीपक राज ने बताया कि तीनों लड़कियां अलग-अलग गांव की थीं और काफी डरी हुई थीं. प्रशासन उसकी काउंसलिंग कर रहा है और सच्चाई सामने लाई जाएगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी बच्चे के साथ अन्याय न हो.
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