महुआडांड़ : प्रखंड में लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ शनिवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया. महापर्व की तैयारी हिंदू महासभा, बजरंग दल, युवा वाहिनी व प्रखंड के अन्य श्रद्धालुओं द्वारा की गयी है.
छठ घाट की साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण के साथ-साथ पूरे छठ घाट को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया है. चार दिवसीय महापर्व के दूसरे दिन रविवार को खरना पूजा की गयी. आप यह खबर झारखंड लेटेस्ट न्यूज पर पढ़ रहे हैं। जिसमें मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से खरना के प्रसाद के रूप में खीर बनाई गई।
पूरे दिन उपवास रखने के बाद छठ व्रतियों ने खरना की पूजा की और खीर का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे का कठिन निर्जला उपवास शुरू किया. जो मंगलवार को उगते भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोलेंगी। छठ पूजा को लेकर विभिन्न स्थानों पर छठ गीतों व साफ-सफाई से प्रखंड क्षेत्र का माहौल भी पूरी तरह से भक्तिमय हो गया है.
छठ पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. प्रखंड मुख्यालय स्थित दुर्गाबाड़ी मंदिर परिसर में हलवाई समाज द्वारा पांच मन गन्ना, तेली समाज द्वारा ढाई किलो गुड़, जयसवाल समाज द्वारा ढाई किलो गेहूं, भोला सोनी एवं मंगल सोनी द्वारा ढाई किलो चावल, सत्येन्द्र गुप्ता द्वारा प्रत्येक छठ वर्ती को एक सूप एवं दो नारियल दिये गये. संदीप गुप्ता द्वारा. भानु प्रसाद द्वारा दो किलो दूध निःशुल्क वितरित किया गया।
हिंदू महासभा द्वारा छठ व्रतियों के बीच लागत मूल्य पर छठ पूजा सामग्री उपलब्ध करायी गयी. हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी खरना पूजा का प्रसाद बनाने के लिए पूर्व मुखिया सरिता जयसवाल द्वारा आम की लकड़ी उपलब्ध करायी गयी. रविवार को दिन भर लोग एक-दूसरे को खरना पूजा का प्रसाद ग्रहण करने के लिए आमंत्रित करते दिखे.



