गुमला. अखिल झारखंड आदिवासी छात्र संघ जिला कमेटी गुमला की बैठक छात्र प्रमुख तरूण उरांव की अध्यक्षता में हुई. आछासं ने कुर्मी जाति को एसटी का दर्जा देने की मांग का विरोध किया. साथ ही अखिल झारखंड आदिवासी छात्र संघ जिला कमेटी गुमला ने 31 अक्टूबर को आयोजित आदिवासी जन आक्रोश चेतावनी महारैली को फिलहाल स्थगित कर दिया है. आछासं के गुमला जिला प्रभारी अशोक कुमार भगत ने कहा है कि कुर्मी जाति के लोग आदिवासी का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. जिसका आदिवासी छात्र संघ पुरजोर विरोध करता है. आदिवासी छात्र संघ का एजेंडा और विचार बीजेपी और आरएसएस के मुद्दों और एजेंडे और विचारों से मेल नहीं खाता है. इसलिए आदिवासी छात्र संघ ने क्षेत्र में घूम-घूम कर 31 अक्टूबर 2025 को गुमला मुख्यालय में आदिवासी जन आक्रोश महारैली की घोषणा की थी. अपरिहार्य कारणों से उस घोषणा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. आगे के क्षेत्र दौरे से पता चला कि गाँव में धान की कटाई अभी शुरू हुई है। इसलिए आदिवासी छात्र संघ कटनी मिसनी के बाद फिर से आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगा। मौके पर अमीन उराँव, भूषण उराँव, बिनोद उराँव, नंदन उराँव, छोटे उराँव, सुरेंद्र उराँव समेत कई लोग थे।
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