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धनबाद/डेस्क: आईआईटी (आईएसएम), धनबाद के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर अरुण कुमार सामंत ने “हैकथॉन ऑन कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी – 2025” में दूसरा रनर-अप स्थान हासिल किया है। इस हैकथॉन का आयोजन भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के अधीन कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी सीएमपीडीआई, रांची (सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट लिमिटेड) द्वारा किया गया था। यह प्रतियोगिता 23 से 25 जून 2025 तक आयोजित की गई थी और पुरस्कार वितरण समारोह 4 सितंबर 2025 को मुंबई में आयोजित किया गया था। प्रोफेसर सामंथा की टीम को “ग्रीनहाउस गैसों के डायरेक्ट एयर कैप्चर (डीएसी)” श्रेणी में चुना गया था। उनका शोध प्रस्ताव वायुमंडल से सीधे कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) को पकड़ने के लिए एक नई और लागत प्रभावी तकनीक पर केंद्रित है, जो भविष्य में कम लागत और स्केलेबल कार्बन हटाने के समाधान प्रदान कर सकता है।
प्रोफेसर सामन्था के पास 27 वर्षों से अधिक का शिक्षण और अनुसंधान अनुभव है। कार्बन कैप्चर, उपयोग और भंडारण (सीसीयूएस), गैस शुद्धिकरण और स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके काम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। उन्होंने कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं, पीएचडी और एम.टेक छात्रों का मार्गदर्शन किया है और हाइड्रोजन उत्पादन और कार्बन कैप्चर तकनीक से संबंधित कई पेटेंट भी दायर किए हैं। वह आईआईटी (आईएसएम) के “नरेश वशिष्ठ सेंटर फॉर हाइड्रोजन एंड कार्बन कैप्चर, यूटिलाइजेशन एंड स्टोरेज टेक्नोलॉजीज” से भी सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं। उनका सम्मान स्वच्छ ऊर्जा और सतत विकास प्रौद्योगिकियों में संस्थान के बढ़ते योगदान को दर्शाता है।
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