लखनऊ, लोकजनता: राज्य में 13 ऐसे जिले चिह्नित किये गये हैं, जहां 50 प्रतिशत से भी कम मतगणना फॉर्म बांटे गये हैं. इन जिलों में कानपुर नगर, मुरादाबाद, महोबा, कानपुर देहात, आगरा, उन्नाव, जौनपुर, लखनऊ, अमरोहा, वाराणसी, मिर्ज़ापुर, देवरिया और रायबरेली शामिल हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने इन जिलों को सख्त निर्देश देते हुए शत-प्रतिशत मतगणना प्रपत्र वितरित करने के लिए चार दिन का समय दिया है. उन्होंने कहा कि गणना प्रपत्रों के बूथवार वितरण की समीक्षा कर 15 नवंबर तक गणना प्रपत्रों का शत-प्रतिशत वितरण कराया जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने राज्य में की जा रही विशेष गहन समीक्षा (एसआईआर) को लेकर मंगलवार को सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की और प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. समीक्षा में पाया गया कि सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों ने राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर उन्हें एसआईआर की प्रक्रिया और आयोग के निर्देशों की जानकारी दे दी है.
भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस ने अपने जिले के प्रतिनिधियों की सूची उपलब्ध करा दी है। उनसे संपर्क कर बूथ लेबल एजेंट (बीएलए) नियुक्त करने का अनुरोध किया जाए, जो पुनरीक्षण कार्य में बीएलओ की सहायता करेगा। समीक्षा में पाया गया कि राज्य के कुल 15.44 करोड़ मतदाताओं में से अब तक 9.38 करोड़ (60 प्रतिशत) मतदाताओं को मतगणना फॉर्म वितरित किये जा चुके हैं.
दीपाली निगम के कार्य की सराहना की
लखनऊ में लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 85 की बीएलओ सुश्री दीपाली निगम ने अपने बूथ पर लगभग 75 प्रतिशत मतदाताओं को 2003 की मतदाता सूची से मैप किया है। उनका कार्य अत्यधिक सराहनीय पाया गया। ऐसे सराहनीय कार्य करने वाले सभी बीएलओ को प्रोत्साहित करते हुए अधिक से अधिक मतदाताओं की मैपिंग कराने का निर्देश सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी को दिया गया.



