अयोध्या. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में जिले में बड़े पैमाने पर गृह संपर्क अभियान शुरू किया है। भगवान राम के दर्शन के बाद शुरू हुए इस अभियान को आरएसएस ने दुनिया का सबसे बड़ा गृह संपर्क अभियान बताया है.
इसका मुख्य उद्देश्य समाज के हर वर्ग तक संघ का संदेश पहुंचाना और सामाजिक उत्थान के लिए जनभागीदारी को मजबूत करना है। वेद प्रकाश के मुताबिक यह कार्यक्रम शताब्दी वर्ष के तीसरे चरण के तहत चलाया जा रहा है. अभियान में संघ के स्वयंसेवक समूह बनाकर जिले के विभिन्न मोहल्लों, गांवों और कस्बों में पहुंच रहे हैं और लोगों से सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं.
जिले के लाखों घरों में संपर्क करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए सभी प्रखंडों में विशेष टीम का गठन किया गया है. मिल्कीपुर में खंड कार्यवाह आकाश ने कहा कि यह अभियान सिर्फ साहित्य वितरण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि समाज के साथ आत्मीयता, विश्वास और संवाद के बंधन को और मजबूत करने की पहल है।
स्वयंसेवक घर-घर जाकर भारत माता के चित्र, संघ की विचारधारा, इतिहास और सेवा कार्यों से संबंधित साहित्य वितरित कर रहे हैं। अभियान के दौरान स्वयंसेवक नागरिकों की समस्याओं और जरूरतों को भी समझ रहे हैं, ताकि भविष्य में सेवा गतिविधियों को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। संघ का कहना है कि इस पहल से समाज में सद्भाव, सुरक्षा की भावना और संगठन की मजबूती और मजबूत होगी. यह अभियान 21 दिसंबर तक जिले भर में चलेगा।
वितरित किये जा रहे साहित्य में संघ की 100 वर्ष की यात्रा, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी, नागरिक अनुशासन और सेवा कार्यों से संबंधित संदेश शामिल हैं। अभियान की शुरुआत के साथ ही जिले में स्वयंसेवकों की सक्रियता और जनसंपर्क तेज हो गया है, जिससे शताब्दी वर्ष के इस विशेष आयोजन में व्यापक जनभागीदारी की उम्मीद है.



