लखनऊ, लोकजनता: जानकीपुरम के अजनहरा गांव के पास मिली अज्ञात महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। घटना के दो दिन बाद भी महिला की पहचान नहीं हो सकी है. पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, जिसमें गुरुवार शाम एक संदिग्ध सफेद स्विफ्ट डिजायर कार घटना स्थल की ओर जाती और दो मिनट बाद वापस लौटती नजर आ रही है. पुलिस को संदेह है कि शव को ठिकाने लगाने के लिए उसी कार का इस्तेमाल किया गया था।
शुक्रवार की सुबह ग्रामीणों ने कैलाश यादव के खेत के पास सड़क किनारे एक बड़ा गट्ठर पड़ा देखा था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने गठरी खोली तो अंदर 30 वर्षीय महिला का शव मिला। उसने सफेद कुर्ता (जिस पर बैंगनी रंग के फूल लगे हुए थे) और गले में लाल माला पहन रखी थी। महिला के शरीर पर चोट के कई निशान थे और उसका चेहरा इतनी बुरी तरह जला हुआ था कि उसकी पहचान नहीं हो सकी. ग्रामीणों ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी।
इंस्पेक्टर विनोद कुमार तिवारी ने बताया कि पीजीआइ क्षेत्र से दो परिवार महिला की पहचान करने थाने पहुंचे थे। इनमें से एक परिवार की एक महिला 29 अक्टूबर से लापता थी, लेकिन दोनों परिवारों ने शव की पहचान करने से इनकार कर दिया. फिलहाल लखनऊ और आसपास के जिलों से लापता महिलाओं का ब्योरा मांगा गया है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, संदिग्ध कार घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर एक प्रॉपर्टी डीलिंग ऑफिस के कैमरे में कैद हुई है. फुटेज में कार शाम 7:04 बजे घटना स्थल की ओर जाती और 7:06 बजे वापस लौटती दिखाई दी। टीम ने कार की पहचान करने और उसका नंबर ट्रैक करने के लिए आसपास के इलाकों के और सीसीटीवी खंगालने शुरू कर दिए हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि हुई है। महिला और कार चालक की पहचान होने के बाद ही पूरी घटना की सच्चाई सामने आएगी।



