लखनऊ, लोकजनता: उत्तर प्रदेश में 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य की समीक्षा बैठक के दौरान डिलाइट संस्था द्वारा दिए गए प्रस्तुतीकरण में यह बात सामने आई कि प्रदेश के हवाई अड्डों पर अधिकांश यात्री निजी वाहनों से यात्रा करते हैं, जबकि इन वाहनों का व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा है।
इस पर कार्रवाई करते हुए अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) ने निर्देश दिया कि एयरपोर्ट पर ऐसे निजी वाहनों की पहचान की जाये और उन्हें टैक्सी में बदलने के लिए विशेष अभियान चलाया जाये. इस अभियान के तहत चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर दो शिफ्टों में तीन-तीन प्रवर्तन टीमों द्वारा वाहन चेकिंग की जा रही है.
संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन प्रभात पांडे ने बताया कि 17 से 20 नवंबर तक चले अभियान के दौरान कुल 707 वाहनों की जांच की गई, जिसमें से 133 निजी वाहन व्यावसायिक रूप से संचालित पाए गए। इनमें से 69 वाहनों को थाने में रोक लिया गया। सभी वाहनों को मुख्यालय के निर्देशानुसार टैक्सी में परिवर्तित करने की प्रक्रिया पूरी करने तथा बकाया टैक्स एवं कंपाउंडिंग शुल्क (जुर्माना) जमा करने के बाद छोड़ा जाएगा। अब तक कार्यालय द्वारा 6 वाहनों को टैक्सी में परिवर्तित किया जा चुका है। यह अभियान आभा त्रिपाठी, अनीता वर्मा, एसपी देव, खेमानंद पांडे, आब्दीन अहमद कौशलेंद्र प्रताप सिंह द्वारा चलाया जा रहा है।



