हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में चोरों ने ऐसी घटना को अंजाम दिया जिसके बाद पुलिस विभाग को शर्मसार होना पड़ रहा है. पुलिस लाइन परिसर स्थित थाने के सरकारी क्वार्टर में सेंध लगाकर चोरों ने न सिर्फ लाखों का सामान चुरा लिया, बल्कि जनता के प्रति पुलिस के भरोसे और विश्वसनीयता को भी चुरा लिया.
दरअसल, जिले की सुरक्षा यहीं से संभाली जाती है, यहीं से चोरों ने सुरक्षा की पोल खोल दी. हरदोई पुलिस लाइन के अंदर सवायजपुर थानाध्यक्ष के सरकारी आवास में पीछे से घुसे अज्ञात चोरों ने ताले तोड़कर 35 लाख रुपये के आभूषण व कीमती सामान चोरी कर लिया। चोरी का पता तब चला जब थानेदार सर्दी के कपड़े लेने अपने पुलिस लाइन स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे. घटना सामने आई जिसके बाद पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया.
घटना के बाद शर्मिंदगी के चलते पुलिस महकमा मामले को छुपाने की कोशिश कर रहा था, बाद में थाने की शिकायत पर आज नगर थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में एसपी ने लापरवाही के आरोप में पुलिस लाइन गेट पर तैनात चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
फिलहाल पूरे मामले में पुलिस का दावा है कि चोरों की तलाश के लिए टीम लगा दी गई है. मिली जानकारी के मुताबिक, हरदोई के सवायजपुर कोतवाली में तैनात थाना प्रभारी प्रिंस कुमार का पुलिस लाइन में सरकारी आवास है। नौ नवंबर को चोरों ने सरकारी आवास का ताला तोड़कर करीब 35 लाख रुपये के आभूषण व सामान चोरी कर लिया था. घटना की जानकारी तब हुई जब थाना प्रभारी प्रिंस कुमार सर्दी की वर्दी लेने घर पहुंचे तो ताले टूटे हुए थे, बक्से खुले थे और लाखों का सामान गायब था।
मामला पुलिस लाइन और थाने से जुड़ा था, इसलिए फजीहत से बचने के लिए मामले को दबाने की कोशिश की गई, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस ने 12 नवंबर को मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली. चोर पीछे की दीवार फांदकर घर में घुसे और लाखों के आभूषण आसानी से उड़ा ले गए।
चोर सोने का हार, मंगलसूत्र, कंगन, अंगूठियां समेत करीब 35 लाख रुपये के आभूषण व कीमती सामान चोरी कर ले गए। घटना के बाद एसपी अशोक कुमार मीणा ने चार पुलिसकर्मियों दीवान श्रवण कुमार, सिपाही स्वर्णलेश, सतेंद्र और आजाद को निलंबित कर दिया. इन चारों लोगों की ड्यूटी पुलिस लाइन के गेट पर थी, लेकिन गेट पर लापरवाही पाए जाने पर इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है.
हरदोई में हुई इस चोरी ने न सिर्फ आभूषण चुराए, बल्कि पुलिस की विश्वसनीयता, विश्वास और सुरक्षा पर जनता का भरोसा भी चुरा लिया। अब सवाल यह भी उठता है कि जो थानेदार अपना घर चोरों से नहीं बचा सका, वह जनता का घर कैसे बचाएगा. फिलहाल पूरे मामले में पुलिस का दावा है कि चोरों की तलाश के लिए टीम लगा दी गई है. अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस लाइन में थानेदार के घर चोरी करने वाले चोरों तक पुलिस कब पहुंच पाती है.
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