सोनभद्र स्टोन माइन ढहने से उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में शनिवार को एक पत्थर की खदान ढहने से कई लोग मलबे में दब गए। फिलहाल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं. राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि कृष्णा माइंस में एक हिस्सा ढहने से वहां काम कर रहे कुछ मजदूर मलबे में दब गये. उन्होंने कहा कि मशीनों की मदद से मलबा हटाकर दबे हुए लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है. जिलाधिकारी ने बताया कि मलबे में दबे लोगों की सही संख्या फिलहाल पता नहीं चल सकी है.
समाज कल्याण राज्य मंत्री संजीव कुमार गोंड ने बताया कि मलबे में करीब 12 मजदूर दबे हुए हैं.
अधिकारियों के साथ साइट का दौरा करने के बाद उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्य मंत्री और स्थानीय विधायक संजीव कुमार गोंड ने कहा कि साइट पर मौजूद लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर, ध्वस्त पत्थर खदान के मलबे के नीचे लगभग 12 मजदूरों के दबे होने की आशंका है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि फंसे हुए मजदूरों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं है.
कृष्णा माइनिंग वर्क्स की खदान में पहाड़ी का एक हिस्सा दरकने से हादसा हुआ
सोनभद्र के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक वर्मा ने बताया कि शनिवार शाम साढ़े चार बजे ओबरा थाने को सूचना मिली कि बिल्ली मारकुंडी स्थित ‘कृष्णा माइनिंग वर्क्स’ की खदान में पहाड़ी का एक हिस्सा ढहने से कई मजदूर पत्थर/मलबे के नीचे दब गए हैं. उन्होंने कहा कि ओबरा पुलिस पीड़ित परिवारों से दोषी व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत ले रही है और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन करने का प्रयास कर रही है.
पीड़ित परिवार ने क्या बताया?
जिन दो लोगों के फंसे होने की आशंका है, उनके पिता सोमनाथ कहते हैं, “मेरे दो बेटे फंसे हुए हैं। मेरे तीन बेटे यहां काम करने आए थे। एक ट्रैक्टर चला रहा था, दूसरा कंप्रेसर चला रहा था और सबसे छोटा बेटा ढलान पर था, जो सुरक्षित है। चौबीस घंटे हो गए जब से उन दोनों के बारे में कोई जानकारी मिली। क्या बताऊं, मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा है।”



