अजमेर: उत्तर प्रदेश के दिग्गज समाजवादी नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने शनिवार को एक चौंकाने वाला बयान दिया. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सपा द्वारा जारी स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल आजम खान ने कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है. उनका यह बयान ऐसे वक्त आया है जब चुनाव में कुछ ही दिन बचे हैं, जिससे लग रहा है कि वह शायद ही बिहार में प्रचार करने जा पाएं. गौरतलब है कि पिछले कई महीनों से आजम खान और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बीच मतभेद की अफवाहें जोरों पर हैं, हालांकि दोनों नेताओं ने इसका जोरदार खंडन किया था.
“पहले स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए, यदि स्वास्थ्य ख़राब है”
आजम खान ने साफ कहा, ”पहले मेरी तबीयत ठीक होनी चाहिए, मेरी तबीयत ठीक नहीं है.” स्टार प्रचारकों की सूची में अपना नाम देखकर उन्होंने अपने ऊपर लगे पुराने आरोपों का जिक्र करते हुए तंज कसा, ”जाहिर तौर पर एक चोर का नाम इस सूची में नहीं होना चाहिए.” उनका इशारा मुर्गी-बकरी चोरी समेत कई पुराने मामलों की ओर था. सपा ने बिहार चुनाव के लिए आजम खान को अपने स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल किया है, हालांकि उन्हें हाल ही में लंबी जेल की सजा के बाद रिहा किया गया था। एनडीए नेताओं ने सवाल उठाया है कि जेल से छूटे व्यक्ति को स्टार प्रचारक कैसे बना दिया गया.
“राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास मुझसे ज्यादा अनुभव है।”
उत्तर प्रदेश में 2027 में सपा की सरकार बनने के अखिलेश यादव के दावे पर आजम खान ने कहा, “राष्ट्रीय अध्यक्ष को मुझसे ज्यादा अनुभव है. ऐसी खबरों से हमें राहत मिलती है.” बिहार में महागठबंधन द्वारा तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाए जाने पर उन्होंने कहा, ‘अगर यह गठबंधन का फैसला है तो यह सभी को स्वीकार्य है.’ चिराग पासवान के ‘मुस्लिम वोट बैंक के लिए तेजस्वी को सीएम चेहरा बनाए जाने’ वाले बयान पर आजम ने पलटवार करते हुए पूछा, “तो क्या मुसलमानों को समुद्र में डुबो देना चाहिए?”
आजम खान के इस बयान से उन दावों पर सवाल उठ रहे हैं कि सपा के भीतर सब कुछ सामान्य है. क्या ये सिर्फ सेहत का बहाना है या फिर अखिलेश से अनबन का संकेत? राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है.



