लोकजनता, लखनऊ: शाही इमाम लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की अपील पर शहर के इमामों ने जुमे के खुतबे में जनता को एसआईआर के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसआईआर का क्या महत्व है और इसमें अपना नाम शामिल कराना क्यों जरूरी है. मौलाना ने कहा कि एसआईआर अब उत्तर प्रदेश में भी शुरू हो गया है. इसके तहत बीएलओ घर-घर जाकर लोगों से फॉर्म भरवाएंगे और मतदाताओं की जानकारी लेकर 2025 की मतदाता सूची को अपडेट करेंगे.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हमारे घर के सभी लोग जो 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं, उन्हें अपना नाम इस सूची में शामिल कराना चाहिए. मौलाना ने कहा कि चुनाव आयोग ने एसआईआर के लिए 11 प्रकार के दस्तावेजों को स्वीकार किया है, जिसमें जन्म प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, हाई स्कूल मार्कशीट, सरकारी जमीन या घर के दस्तावेज, सरकारी नौकरी के दस्तावेज, परिवार रजिस्टर की प्रतिलिपि और पासपोर्ट शामिल हैं।



