अजीर्ण, अमृत विचार। सदर कोतवाली के महेवागंज में ससुराल आए एक युवक की शुक्रवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। शनिवार की दोपहर शव उसके गांव भूलनपुर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। गुस्साए परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर शव को ओयल-बेहजम मार्ग पर रख दिया और दोनों तरफ रस्सियां बांधकर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजन ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई और उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े थे। सदर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद लोग माने। तब जाकर करीब तीन घंटे बाद जाम खुल सका।
नीमगांव थाना क्षेत्र के भूलनपुर गांव निवासी विजय (30) पुत्र बालक राम की ससुराल सदर कोतवाली क्षेत्र के महेवागंज में है। बुधवार को वह अपनी ससुराल गया था। मृतक के बड़े भाई शिवकुमार का आरोप है कि ससुराल में किसी बात को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद ससुराल वालों ने विजय की पिटाई की और उसे जहर देकर मार डाला. शनिवार की दोपहर पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव पहुंचा तो परिजनों ने न्याय की मांग को लेकर शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
सूचना मिलते ही नीमगांव थाना प्रभारी आदित्य कुमार मौर्य, मितौली इंस्पेक्टर, कोतवाली सदर इंस्पेक्टर और खीरी इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि विजय ने अपने ससुराल में जहर खाया था, जिसके बाद परिजनों ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. वहीं, मृतक के परिजनों ने विजय की पत्नी समेत अन्य पर हत्या का आरोप लगाया और एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे. हालांकि पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। सदर कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें एफआईआर की कॉपी उपलब्ध कराई तो परिजन शांत हुए और जाम खुल सका।
पत्नी समेत पांच के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज
विजय की मौत के मामले में सदर कोतवाली पुलिस ने मृतक की पत्नी अर्चना, ससुर भरत, सास माधुरी, सुंदरी और राजकुमार के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। मृतक की मां शांति देवी ने रिपोर्ट में कहा है कि उनका बेटा विजय 21 अक्टूबर को लखनऊ से करीब 50 हजार रुपये लेकर सीधे अपनी ससुराल गया था, जहां उसके बेटे की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. शहर कोतवाल राजेश कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। वह खुद इस मामले की जांच कर रहे हैं.



