लखनऊ, लोकजनता। बिजनौर क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने जांच कमेटी गठित कर दी है। तीन सदस्यीय कमेटी ने अस्पताल को नोटिस जारी कर इलाज से संबंधित रिकॉर्ड तलब किया है. कमेटी का कहना है कि सभी बिंदुओं पर जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. घटना के बाद अस्पताल संचालक और कर्मचारी अस्पताल बंद कर फरार हैं.
पराग रोड स्वरूपचंद्र खेड़ा, एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड निवासी बेचालाल ने अपनी पत्नी ममता (30) को प्रसव पीड़ा होने पर सीमा हॉस्पिटल, बलवंतखेड़ा, बिजनौर में भर्ती कराया था। शिकायत में बताया गया है कि अस्पताल में भर्ती कराने के दौरान डॉक्टर ने 32 हजार रुपये जमा कराए और ऑपरेशन के लिए चार बोतल खून मांगा। ऑपरेशन के बाद अस्पताल प्रशासन ने 50 हजार रुपये और जमा करा लिए।
बेचालाल का आरोप है कि अस्पताल की लापरवाही से उनकी पत्नी की तबीयत बिगड़ गई और उनसे कुल एक लाख से डेढ़ लाख रुपये की मांग की गई. ऑपरेशन के दौरान ममता ने मृत बच्चे को जन्म दिया. सोमवार शाम करीब छह बजे उनकी पत्नी ममता की भी मौत हो गयी.
एसीपी कृष्णा नगर ने सीएमओ को पत्र भेजकर मामले की रिपोर्ट मांगी है। सीएमओ कार्यालय के माध्यम से तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। कमेटी में स्त्री रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन और एक डॉक्टर को नियुक्त किया गया है.
नर्सिंग होम के नोडल डॉ. एपी सिंह ने बताया कि घटना की सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जांच में लापरवाही के आरोप सही पाए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल संचालिका सीमा का कहना है कि लापरवाही के आरोप गलत हैं। गर्भवती महिला को रेफर किया जा रहा था लेकिन परिजन उसे ले जाने को तैयार नहीं थे।


 
                                    


