रामपुर, लोकजनता। चमरौआ ब्लॉक के गांव सिकरौल में 12 वर्षीय शिखा जापानी इंसेफेलाइटिस से पीड़ित पाई गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. दीपा सिंह के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीड़ित के घर पहुंचकर जांच की। टीम को गांव से 500 मीटर की दूरी पर सुअर पालन होता मिला। लड़की को सूअर से जापानी इंसेफेलाइटिस हो गया है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सुअर शेड को आबादी से दूर स्थापित करने को कहा। गांव से 500 मीटर की दूरी पर जयपाल और विजेंद्र के घर में सुअर पालन पाया गया। सुअर पालकों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से 6-7 सुअर बीमार हैं, सुअर संक्रमण का मुख्य स्रोत बन गए हैं. मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने सूअरों में जेई संक्रमण की पहचान के लिए सूअरों की जांच कराने के निर्देश दिए हैं और टीम बनाकर गांव की नालियों, नालियों और लार्वा प्रजनन स्थलों पर लार्वानाशक दवा का छिड़काव कराने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीणों को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करने, घर के अंदर व आसपास पानी जमा न होने देने, घर के अंदर व बाहर साफ-सफाई रखने के संबंध में जानकारी दी गयी तथा पूरी बांह के कपड़े पहनने को कहा गया. शुद्ध पानी पीने के संबंध में पानी उबालकर या क्लोरीन युक्त पानी पीने की सलाह दी गयी. ग्रामीणों को क्लोरीन की गोलियों का उपयोग करने की जानकारी भी दी गई। मुख्य चिकित्साधिकारी ने तत्काल गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं।



